तिरुपति बालाजी का दिव्य-भव्य मंदिर आज भी दक्षिण भारतीय वास्तुकला और शिल्प का सर्वोत्तम उदाहरण है। भगवान तिरुपति बालाजी भगवान विष्णु का ही दूसरा रूप है। तिरुपति बालाजी मंत्र से भगवान बालाजी को प्रसन्न किया जाता है,उनके प्रति सम्मान और श्रद्धा प्रकट की जाती है।

तिरुपति बालाजी मंत्र अत्यंत प्रभावशाली है...

यह मंत्र एक शुद्ध ध्वनि कंपन है जो मन को मोह माया और भ्रम से बचाता है।

इस जप मंत्र को निरंतर दोहराने की प्रक्रिया करने से यह जप मंत्र प्राण में ऊर्जा भर देता है।

जब इस मंत्र का उच्चारण किया जाता है तो मन शांत होकर ध्यान मुद्रा में चला जाता है।

उच्चारण के बिना मंत्रों की शक्ति कम हो जाती है और कामना पूर्ति या लक्ष्य प्राप्ति में उनका प्रभाव नहीं होता है।

इस मंत्र को पढ़ने से खुशी मिलती है। ये मन की भावनाओं को पवित्र कर शरीर में ऊर्जा का प्रवाह करता है।

यह मंत्र भय की भावनाओं को कम करता है। रचनात्मक प्रक्रिया को बढ़ाता है।

शारीरिक दर्द और अवसाद को मन से दूर भगाता है।

मन को शांत कर अच्छी नींद लाने में मदद करता है।

इस मंत्र को हर रोज सुनने से आध्यात्मिक समृद्धि का अनुभव होता है।

भगवान तिरुपति बालाजी मंत्र

ॐ श्री वेंकटेश्वराये नमो नमः.
श्रीमन नारायण नमो नमः.
तिरुमल तिरुपति नमो नमः.
जय बालाजी नमो नमः

ॐ श्री वेंकटेश्वराये नमो नमः.
श्रीमन नारायण नमो नमः.
तिरुमल तिरुपति नमो नमः.
जय बालाजी नमो नमः.