मुंबई । महाराष्ट्र बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष चंद्रशेखर बावनकुले के एक बयान से बीजेपी और शिंदे सेना के बीच टकराव की स्थिति पैदा हो गई है। बावनकुले ने अपने बयान में कहा था कि आगामी विधानसभा चुनाव में बीजेपी 240 सीटों पर चुनाव लड़ेगी और शिंदे सेना को 48 सीटें दी जाएगी। उनके इस बयान के बाद शिंदे सेना के सिपहसालार बावनकुले पर टूट पड़े। उन्होंने जमकर बावनकुले की परेड ली। आखिरकार बावनकुले को सफाई ही नहीं देनी पड़ी, बल्कि इस बयान से संबंधित विडियो को भी सोशल मीडिया से हटाना पड़ा। मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के समर्थक विधायक संजय शिरसाट ने सलाह देते हुए कहा कि बेहतर होगा कि बावनकुले उतना ही बोलें, जितना उन्हें अधिकार है। फिजूल की बयानबाजी से उन्हें बचना चाहिए। वे हमें 48 सीट देंगे और हम मान भी जाएंगे? बीजेपी अध्यक्ष बावनकुले ने हमें क्या मूर्ख समझ रखा है? उन्होंने तल्ख शब्दों में कहा कि ऐसे बयानों से ही गठबंधन में दरारें पैदा होनी शुरू होती हैं।
मामला बिगड़ता देख बीजेपी अध्यक्ष बावनकुले ने इसके लिए मीडिया को जिम्मेदार ठहराया। उन्होंने कहा कि उनके बयान को मीडिया ने गलत तरह से पेश किया है। बयान का विडियो आधा-अधूरा वायरल किया गया है। हमने कहीं भी नहीं कहा कि सीट बंटवारे का फार्मूला तय हो चुका है। यह तो दिल्ली और महाराष्ट्र के हमारे वरिष्ठ नेता शिवसेना के साथ मिल-बैठकर तय करेंगे।
आगामी लोकसभा और विधानसभा चुनावों की तैयारी बीजेपी ने जोरशोर से शुरू कर दी है। बैठकों का दौर शुरू हो गया है। पार्टी प्रवक्ताओं की एक बैठक में बावनकुले ने कहा था कि 2024 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी 240 सीटों पर चुनाव लड़ने की तैयारी में है। बावनकुले ने मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे पर भी तंज कसते हुए कहा था कि उनके साथ 50 विधायक ही हैं। इससे ज्यादा सीट उन्हें नहीं चाहिए होगी। उनके इस बयान ने तूल पकड़ लिया। शिंदे समर्थक विधायकों के आक्रामक होने पर बावनकुले के बयान वाला विडियो, ट्विटर और अन्य सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म से हटा दिया गया। बावनकुले का कहना है कि इस समय बीजेपी के 105 विधायक हैं। साथ ही 8 निर्दलीय विधायकों का भी समर्थन है। इसके अलावा 60 ऐसी विधानसभा सीटें हैं, जहां बीजेपी कभी जीतती रही है तो कभी हारती रही है। बीजेपी के पास 43 प्रतिशत वोट हैं। पार्टी को वोट प्रतिशत को बढ़ाकर 51 प्रतिशत तक ले जाना है।
बावनकुले का बयान वायरल होते ही विरोधी दलों ने भी इसकी खबर ली। कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष नाना पटोले ने कहा कि बीजेपी के पेट में जो बात थी, वह सामने आ गई है। हमारी एकनाथ शिंदे को सलाह है कि वे बीजेपी से सावधान रहें। आने वाले समय में बीजेपी उनके साथ क्या करेगी, इसका अंदाजा सहज ही लगाया जा सकता है। एनसीपी के प्रदेश अध्यक्ष जयंत पाटील ने कहा कि आगामी चुनाव शिंदे गुट बीजेपी के चुनाव चिन्ह पर ही लड़ेगी। शिंदे की शिवसेना का नामोनिशान बाकी नहीं रहेगा। इसमें कोई शंका का कारण नहीं है। बीजेपी का यह ओपन सीक्रेट है कि वह छोटी पार्टियों को धीरे-धीरे खत्म करने के मिशन पर लगी है। उद्धव सेना के प्रवक्ता व राज्यसभा के सदस्य संजय राउत ने 2014 चुनाव की याद दिलाते हुए कहा कि उस वक्त सिर्फ एक सीट की वजह से बीजेपी और शिवसेना का गठबंधन टूट गया था, क्योंकि बात स्वाभिमान की थी। इनका कोई स्वाभिमान नहीं है। ये बीजेपी के फेंके हुए टुकड़ों पर जी रहे हैं। आज बीजेपी 40-50 सीट देने की बात कर रही है। कल पांच सीट की बात करेगी। ये उस पर भी मान जाएंगे। इनको मानना पड़ेगा।