कुशीनगर  विधानसभा चुनाव के दौरान कुशीनगर जिले के फाजिलनगर विधानसभा सभा क्षेत्र के 105 नम्बर बूथ पर मॉकपोल के वोट डिलीट किए बिना मतदान कराकर ईवीएम जमा करा दी गई। इसकी रिपोर्ट मिलने के बाद उत्तर प्रदेश निर्वाचन आयोग ने उक्त बूथ की मतगणना पर रोक लगा दी है। हार-जीत का अंतर बूथ पर पड़े मतों से बराबर या कम होने पर ही वीवीपैट की पर्ची के आधार पर अलग से गणना होगी।

छठे चरण के चुनाव में गत 7 मार्च को फाजिलनगर विधानसभा के प्राथमिक विद्यालय बरवा राजापाकड़ के 105 नंबर बूथ पर राजनीतिक दलों के अभिकर्ताओं से मॉकपोल कराया गया। इस प्रक्रिया में विभिन्न प्रत्याशियों के मत डाल कर यह चेक किया जाता है कि जिस व्यक्ति के पक्ष में मतदान किया, उसे ही मिला है या नहीं।

नियमानुसार ईवीएम चेक करने के बाद मॉकपोल के मतों को डिलीट करने के बाद मतदान शुरू कराया जाता है लेकिन मतदान ड्यूटी में लगे कर्मी उसे डिलीट करना भूल गए और मॉकपोल के मतों के साथ ही मतदान शुरू करा दिया। इस बात की जानकारी चुनाव प्रेक्षक को हुई तो उन्होंने इसकी रिपोर्ट उत्तर प्रदेश निर्वाचन आयोग को दी। रिपोर्ट के आधार पर यूपी के मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने जिला निर्वाचन अधिकारी कुशीनगर को यह आदेश दिया है कि उक्त बूथ की मतगणना नहीं की जाएगी। अगर मतगणना समाप्त होने पर जीत-हार का अंतर उस बूथ पर पड़े मतों के बराबर या कम होगा तो ऐसी स्थिति में उस बूथ के वीवीपैट की पेपर स्लिप के आधार पर गणना की जाएगी।

बूथ पर पड़े मतों की संख्या है 594

फाजिलनगर विधानसभा सभा क्षेत्र में बरवा राजापाकड़ के 105 नम्बर बूथ पर कुल 1075 वोट हैं। इनमें से वोटिंग समाप्त होने के बाद कुल पड़े मतों की संख्या 594 बतायी गयी है।
 
सबसे अंत में रात ढाई बजे जमा हुई थी ईवीएम

फाजिलनगर की बूथ संख्या 105 की ईवीएम सबसे बाद में रात करीब ढाई बजे स्ट्रांग रूम में जमा हुई थी। तब जिला निर्वाचन विभाग ने बताया था कि मतदान अधिकारी ईवीएम लेकर परिसर के मैदान में सो गए थे। कई बार अनाउंस करने के बाद वह जागे, तब ईवीएम जमा हो सकी।