भोपाल । नगरीय निकाय चुनाव का प्रचार थमने में अब सिर्फ कुछ दिन शेष बचे हैं। जैसे-जैसे नगरीय निकाय चुनाव में मतदान की तारीख नजदीक आ रही है, वैसे-वैसे चुनाव प्रचार उतना ही जोर पकड़ रहा है। वार्डों में प्रत्याशी भी सघन दौरा कर मतदाताओं को रिझाने में जी-जान से जुटे हुए हैं। ऐसे में अब प्रत्याशी दिन भर प्रचार करने के बाद रात के समय चुनावी रणनीति की बैठकें कर रहे हैं। दिन के समय प्रत्याशी कोशिश कर रहे हैं कि वे ज्यादा से ज्यादा घरों तक जाकर अपना चेहरा दिखा सकें।
चुनाव प्रचार के दौरान अक्सर यह बात सामने आ रही है कि कहीं बागी प्रत्याशी उनके साथ हुई नाइंसाफी का हवाला दे रहे हैं, तो कुछ प्रत्याशी पुराने विकास कार्यों की खूबी और खामियां गिना रहे हैं। चुनाव में भाग्य आजमा रहे राजनीतिक दलों के प्रत्याशियों के अलावा निर्दलीय और उनके सहयोगी भी इन दिनों व्यस्त हैं। वे अधिक से अधिक मतदाताओं के पास जाकर चेहरा दिखाने और अपने लिए मतदान की अपील करना चाहते हैं। चुनावी रंग ऐसा है कि सभी 85 वार्डों में कई प्रत्याशियों के पास उनके कुछ ही समर्थक या रणनीतिकार दिख रहे हैं। शहर में अभी कई पार्षद प्रत्याशियों के चुनाव कार्यालय तक नहीं खुले हैं। हालांकि हाथ में वार्ड के विकास के वादों का पर्चा लेकर बड़ों के पैर छूकर और छोटों से हाथ मिलाकर वोट के लिए गुहार की जा रही है।


प्रत्याशियों का वक्त गलियों में ज्यादा गुजर रहा
 पार्षद प्रत्याशियों का वक्त गलियों में ज्यादा गुजर रहा है और देर शाम को लौटकर अपने समर्थकों से मिलना, वार्ड की रिपोर्ट लेने के साथ ही देर रात तक चुनावी रणनीति तय की जा रही हैं। चुनाव में दोनों प्रमुख राजनीतिक दल भारतीय जनता पार्टी और कांग्रेस ने वार्डों से कई महिला प्रत्याशियों को चुनाव मैदान में उतारा है। साथ ही निर्दलीय प्रत्याशी भी मैदान में उतरे हैं, जिसमें महिलाओं की टोली भी चुनाव प्रचार कर रही है।