बिलासपुर । टीवी सीरियल रामयुग में आराध्य देव मर्यादा पुरूषोत्तम भगवान राम का जो चित्रण दर्शया जा रहा है वह वास्तव में भगवान राम के चरित्र के संबंध में असत्य व भ्रामक है। इसके कारण हिन्दु संगठनों में टीवी सीरियल रामयुग के निर्माता निर्देशक संवाद लेखक व समस्त पात्रों के खिलाफ धर्म जागराण समन्वय विभाग के पदाधिकारियों ने पुलिस से शिकायत कर उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई व सीरियल रामयुग को बंद करने की मांग की है।
आस्था के खिलाफ भ्रामक प्रचार बर्दाश्त नहीं.. सिंह.
धर्म जागरण समन्वय विभाग के जिला संयोजक बी पी सिंह ने कहा कि ओटीपी प्लेटफार्म मैक्स प्लेयर पर दिखाये जाने वाले टीवी सीरियल रामयुग में जो भगवान राम का चित्रण दिखाया जा रहा है वह वास्तविक चित्रण से बिल्कुल अलग है । महर्षि वाल्मिकी तथा गोस्वामी तुलसीदास द्वारा लिखित रामायण से सर्वथा विपरित तथा आपत्तिजनक है। इस टीवी सीरियल से हिन्दु समाज की धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंच रही है तथा राष्ट्रीय एकता तथा सद्भाव पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ रहा है। श्री सिंह ने बताया कि वनवास काल में श्री राम द्वारा धारण किये गये वेश भूषा तथा जटाओं के विपरित उन्हे फिल्मी कलाकार की तरह दिखाया जा रहा है उन्हे धनुष एवं मुकुट विहीन प्रदर्शित किया गया है। श्री रामचन्द्र के कंधे में यज्ञोपवीत संस्कार के पश्चात धारण किया जाने वाला जनेऊ नही है उनके मस्तक से तिलक नदारद है साथ ही साथ सीरियल में उन्हे वनवास अवधि में माता सीता के साथ प्रेम प्रसंग करते हुए दिखाया जा रहा है । एवं माता सीता को धनुष बाण चलाते दिखाया जा रहा है । जिसका वर्णन कही भी रामायण में नही है। साथ ही सूर्पनखा को कामुक वार्तालाप करते हुए सीरियल में दिखाया जा रहा है जबकि महर्षि वाल्मिकी व गोस्वामी तुलसीदास द्वारा लिखित रामायण में इसका भी वर्णन नही है।
सीरियल के निर्माण निदेशक द्वारा मनगढ़त तरीके से भगवान राम के चरित्र का चित्रण किया जा रहा है। जो हिन्दुओं की धार्मिक भावना के साथ खिलवाड़ है । इससे हिन्दुओ धार्मिक भावना को ठेस पहुंची है। वही रामभक्त हनुमान को अत्यंत हास्यापद तरीके से विदूषण युक्त दिखाया जा रहा है तथा उनके शरीर में भी जनेऊ नही है जबकि हनुमान चालीसा में कांधे मूंज जनेऊ छाजै वर्णित है। बी पी सिंह ने कहा कि हमारी मांग है कि टीवी सीरियल रामयुग के निर्माता, निर्देशक, संवाद लेखक, सहित सीरियल में पात्र निभा रहे कलाकारों के खिलाफ कार्रवाई की जाए।