नई दिल्ली । देश की संसद में चल रहे मानसून सत्र के दसवें दिन भी सदस्यों के हंगामें के चलते दोनों सदन का कामकाज प्रभावित रहा। सांसदों के भारी हंगामे को देखते हुए दोनों सदनों को 1 अगस्त सुबह 11 बजे तक के लिए स्थगित कर दिया गया है। विपक्ष आज भी महंगाई के मुद्दे को लेकर चर्चा की मांग करते दिखा।
वहीं कांग्रेस सांसद मल्लिकार्जुन खड़गे ने आज अधीर चौधरी का बचाव किया है। उन्होंने कहा कि अधीर रंजन ने अपनी टिप्पणी के लिए माफी मांग ली है। लेकिन फिर भी भाजपा सोनिया गांधी के खिलाफ नारे लगाते हुए माफी की मांग कर रही है। वे जान बूझकर ऐसा कर रहे हैं ताकि उन्हें महंगाई और महंगाई जैसे मुद्दों पर चर्चा न करनी पड़े। लोकसभा और राज्यसभा में सांसदों के भारी हंगामे को देखते हुए दोनों सदनों को 1 अगस्त सुबह 11 बजे तक के लिए स्थगित कर दिया गया है।
भाजपा सांसद निशिकांत दुबे ने ट्वीट कर कांग्रेस पर हमला बोला है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस सांसद ने ऐसा इसलिए बोला क्योंकि राष्ट्रपति मुर्मू एक गरीब, आदिवासी पृष्ठभूमि से आती हैं। यह कांग्रेस की वंशवादी राजनीति के लिए खतरा है। इसलिए कांग्रेस नेता माफी मांगने के बजाय वे इसका बचाव कर रहे हैं।  कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खड़गे और दीपेंद्र सिंह हुड्डा ने अलग-अलग विषयों पर आज संसद में पांच नोटिस दिए हैं। उपसभापति हरिवंश नारायण सिंह ने यह जानकारी दी है। आज लोकसभा में द वाइल्ड लाइफ प्रोटेक्शन अमेंडमेंट बिल 2021 पेश किया जा सकता है। वहीं राज्य सभा में निजी सदस्यों के बिल पेश हो सकते हैं।
-दोनों सदनों की कार्यवाही दोपहर 12 बजे तक के लिए स्थगित :
लोकसभा और राज्यसभा की कार्यवाही विपक्षी सांसदों के भारी हंगामे के चलते दोपहर 12 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई है।
संसद के मानसून सत्र का आज 10वां दिन है। इस दौरान लोकसभा की कार्यवाही शुरू होने के कुछ मिनट बाद सदन में हंगामे के कारण दोपहर 12 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई है।
-संसद परिसर में 50 घंटे से सांसदों का धरना जारी:
संसद के मानसून सत्र का आज 10वां दिन है। इस बीच लोकसभा और राज्यसभा से कुछ सांसदों को निलंबित कर दिया गया। अब ये सांसद संसद भवन परिसर में गांधी प्रतिमा के पास 50 घंटे से धरना पर बैठे हुए हैं।
महंगाई पर चर्चा से भाग रही सरकार:
कांग्रेस सांसद मल्लिकार्जुन खड़गे ने अधीर चौधरी का बचाव करते हुए केंद्र सरकार पर हमला बोला है। उन्होंने कहा कि अधीर अपनी टिप्पणी के लिए माफी मांग चुके हैं, लेकिन उसके बाद भी भाजपा सोनिया गांधी से माफी की मांग कर रही है। वे जानबूझकर ऐसा कर रहे हैं, क्योंकि वे महंगाई जैसे मुद्दों पर चर्चा नहीं करना चाहते हैं।