भोपाल । पिछली बार आदिवासी अंचलों में भाजपा को काफी नुकसान हुआ था। इसी को लेकर भाजपा सरकार पिछले एक साल से आदिवासियों के अधिकारों को लेकर काम कर रही है। अब कुछ ऐसे अधिकारियों को आदिवासी इलाकों में भेजा गया है, जो आदिवासियों के लिए चलाई जा रही योजनाओं का क्रियान्वयन करवाएं और उन्हें फायदा दिलवाएं।
तीन दिन पहले भोपाल से सहायक आयुक्त स्तर से लेकर जिला संयोजक, क्षेत्रीय संयोजक के तबादले किए गए हैं, जिसमें सिंगरौली से संजय खेड़कर को रीवा भेजा गया है तो झाबुआ के गणेश भाबर को हटाकर उन्हें बुरहानपुर पदस्थ किया गया है। जिला संयोजक रंजनसिंह को उज्जैन कार्यालय से हटाकर ग्वालियर में पदस्थ किया है तो अवनीश चतुर्वेदी को भोपाल में प्रभारी सहायुक आयुक्त से संयुक्त संचालक बना दिया गया है। विवेक पांडे को खंडवा से सिंगरौली भेजा गया है। सुप्रिया बिसेन को धार से इंदौर, राजेन्द्र कुमार जाटव को गुना से शिवपुरी, निशा मेहरा को इंदौर से झाबुआ, डॉ. संतोष शुक्ला को डिंडोरी से भोपाल, एन.के.अवस्थी को विदिशा से भोपाल, विष्णु कुमार गुप्ता को रतलाम से धार, सीपी सोनी को हरदा से रायसेन, सौरभ राठौर को बड़वानी से मुरैना, पारुल जैन को रतलाम से विदिशा पदस्थ किया गया है। इसके साथ ही प्राचार्य की कैटेगरी में सुधीर श्रीवास्तव को भोपाल, तो ब्रजकांत शुक्ला को इंदौर से धार भेजा गया है। इन्हें प्रभारी सहायक आयुक्त बनाया गया है। वहीं मंडल संयोजक रंजीत गुप्ता को मंडला में मंडल संयोजक से क्षेत्रीय संयोजक बनाकर इसी जिले में पदस्थ किया गया है। इनमें कई अधिकारी ऐसे हैं जो डेढ़ से दो साल पहले ही पदस्थ किए गए थे, लेकिन चुनावी साल के चलते कुछ को विशेष रूप से जिलों में पदस्थ किया गया है।