अनूपपुर ।   एक महिला ने अपने प्रेमी के कहने पर अपनी ही बेटी के 11 माह के पुत्र (नाती) का अपहरण कर लिया और प्रेमी के साथ लेकर इंदौर चली गई। यह सब महिला ने प्रेमी के कोई संतान न होने पर वारिस की चाह के मद्देनजर यह हरकत की। अनूपपुर जिले के कोतमा थाना क्षेत्र के पुरानी बस्ती का यह मामला है। पुलिस ने इंदौर पहुंचकर विवेचना की फिर पता चला कि बच्चे को लेकर बड़वानी ले जाया गया है, जहां से पुलिस ने तीनों को खोज निकाला और दोनों आरोपितों को बच्चे के अपहरण के मामले में जेल भेज दिया है।

पति को छोड़ प्रेमी के साथ रहती थी

पुलिस ने जानकारी देते हुए बताया फरियादिया रानू पनिका पति प्रेमदास पनिका निवासी वार्ड पांच पुरानी बस्ती कोतमा के द्वारा थाना कोतमा में इस आशय की सूचना दी गई थी कि फरियादिया की मां (गुड्डी) जो अपने पति को छोड़कर प्रेमी आसाराम के साथ रहती हैं। सुबह-सुबह पहुंची और अपने नाती आर्यन को जबरन लेकर चली गई। मामला शिशु का होने के कारण अत्यंत संवेदनशील प्रकृति का था।

मोबाइल नंबर से निकाली टावर लोकेशन

कोतमा पुलिस द्वारा प्रकरण की गंभीरता से लिया और अपहृत बालक की मां रानू पनिका से पूछताछ की तो यह पता चला कि उसकी मां शिशु को लेकर कोतमा स्टेशन की तरफ जाती दिखी है। घटना के समय और रेलवे की समयसारणी तथा साइबर सेल के माध्यम से आरोपित के मोबाइल नंबर की टावर लोकेशन के आधार पर पुलिस ने यह पता लगाया कि आरोपित बच्चे को लेकर इंदौर जा रही है। इस मामले को गंभीरता से लेते हुए पुलिस ने विशेष टीम गठित कर शिशु की दस्तयाबी हेतु इंदौर भेजा।

इंदौर के बाद बड़वानी पहुंची पुलिस

पुलिस टीम के द्वारा इंदौर में जाकर पता लगाया तो आसाराम के घर पहुंची। जहां उसे आसाराम की पत्नी मिली जिसने बताया कि वह बड़वानी गया हुआ है। पुलिस बड़वानी पहुंची और दोनों आरोपितों गुड्डी एवं इसके प्रेमी आसाराम को गिरफ्तार कर 11 माह के आर्यन को दस्तयाब कर उसकी मां को सुपुर्द किया। प्रारंभिक पूछताछ करने पर यह जानकारी प्राप्त हुई कि आरोपित (गुड्डी) ने अपने 11 माह के नाती को प्रेमी को दे दिया। आसाराम चाहता था कि उसकी कोई संतान ना होने पर यह बालक उनका वारिस बन जाए। दोनों आरोपितों गुड्डी एवं इसके प्रेमी आसाराम के द्वारा अपना जुर्म स्वीकर कर लिया गया है।