नीति आयोग के सीईओ बीवीआर सुब्रह्मण्यम ने संचालन परिषद की बैठक की अध्यक्षता की 


नई दिल्ली । भारत कुछ वर्षों में दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने की ओर बढ़ रहा है, क्योंकि देश इस समय टेक-ऑफ बिंदु पर है। यह बात नीति आयोग के सीईओ बीवीआर सुब्रह्मण्यम ने संचालन परिषद की शनिवार को हुई बैठक के बाद कही। बैठक की अध्यक्षता करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी सभी हितधारकों से अवसरों का लाभ उठाने का आग्रह किया। यह कहते हुए कि विकसित भारत की आकांक्षा किसी व्यक्ति या एक छोटे समूह की दृष्टि नहीं है, बल्कि यह भारत की दृष्टि है। नीति आयोग की आठवीं गवर्निंग काउंसिल की बैठक के बाद मीडिया को संबोधित करते हुए सुब्रह्मण्यम ने कहा कि थीम विकसित भारत थी। इसे क्यों चुना गया? क्योंकि भारत को अगले 25 वर्षों के लिए तैयार रहना चाहिए और हम अगले 25 वर्षों में एक विकसित राष्ट्र होंगे। इस बिंदु पर विकसित भारत इतना महत्वपूर्ण क्यों है? यह महत्वपूर्ण है, क्योंकि भारत उड़ान भरने के क्षण में है।
सुब्रह्मण्यम ने कहा कि हम न केवल जनसंख्या के हिसाब से सबसे बड़े देश हैं, बल्कि पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था भी हैं। अब कुछ वर्षों में तीसरे स्थान पर आने वाला है। उन्होंने जोर देकर कहा कि जनसांख्यिकी न केवल लोगों की कुल संख्या के संदर्भ में, बल्कि युवाओं की संख्या के संदर्भ में भी हमारे पक्ष में है। भारत में कुछ में दुनिया की कामकाजी उम्र की आबादी का लगभग 20 प्रतिशत होगा, और यह अगले 20 वर्षो के लिए 28-29 के बीच कामकाजी उम्र के लोगों का सबसे बड़ा प्रदाता होने जा रहा है। उन्होंने कहा कि भारत के लिए इन अवसरों का उपयोग करने का समय आ गया है।
सुब्रह्मण्यम ने कहा कि  पूरी दुनिया भारत की ओर देख रही है और यही प्रधान मंत्री ने कहा। उन्होंने सभी मुख्यमंत्रियों से कहा कि वे वहां जाकर अवसरों का लाभ उठाएं। उन्होंने इस बात पर भी जोर दिया कि क्यों विकसित भारत राज्यों के लिए प्रासंगिक है क्योंकि अधिकांश कार्रवाई विकसित भारत बनने के लिए राज्यों के पास रहता है, चाहे वह उद्योग हो, चाहे पानी की आपूर्ति हो, बिजली हो, स्वास्थ्य हो या शिक्षा हो और यहीं पर नीति आयोग की अहम भूमिका होती है। सुब्रह्मण्यम ने कहा कि अपनी प्रारंभिक टिप्पणी में प्रधानमंत्री मोदी ने कई चीजों के बारे में बात की।