भारत के शिव थापा ने बॉक्सिंग के 63.5 किग्रा भारवर्ग में रजत पदक अपने नाम किया है। हालांकि, फाइनल मुकाबला उनके लिए काफी निराशाजनक रहा। खिताबी मुकाबले में वह बीच में ही चोटिल हो गए और उन्हें मैच से हटना पड़ा। सभी को उनसे स्वर्ण पदक की उम्मीद थी, लेकिन थापा को रजत पदक से ही संतोष करना पड़ा। एशियाई चैंपियनशिप में यह उनका छठा पदक है।

थापा को इस तरह से रजत पदक से संतोष करना पड़ा जो उनका एशियाई चैंपियनशिप में कुल मिलाकर छठा पदक है। 28 वर्षीय थापा इस टूर्नामेंट के इतिहास में सबसे सफल पुरुष खिलाड़ी हैं। वह लाइट वेल्टरवेट वर्ग के स्वर्ण पदक के मुकाबले में उज्बेकिस्तान के अब्दुल्लाव रुस्लान के खिलाफ दूसरे राउंड में चोटिल हो गए और रेफरी ने मुकाबला रोककर उनके प्रतिद्वंदी को विजेता घोषित कर दिया। तीसरी वरीयता प्राप्त थापा ने चोटिल होने से पहले पहला राउंड गंवा दिया था और मुकाबले में 0-5 से पीछे चल रहे थे।

फाइनल को छोड़कर थापा ने इस टूर्नामेंट में अच्छा प्रदर्शन किया था। एशियाई चैंपियनशिप में उन्होंने अब तक एक स्वर्ण (2013), तीन रजत (2017, 2021 और 2022) और दो कांस्य पदक (2015 और 2019) जीते हैं। थापा ने रजत पदक जीत कर कजाकिस्तान के दिग्गज मुक्केबाज वासिली लेविट को पीछे छोड़ दिया। वह थापा के बाद दूसरे पुरुष मुक्केबाज हैं, जिन्होंने एशियाई चैंपियनशिप में पांच पदक जीते हैं। एशियाई चैंपियनशिप में थापा से अधिक पदक एमसी मेरीकॉम (सात) और एल सरिता देवी (आठ) ने जीते हैं।