भोपाल    क्या कांग्रेस नगरीय निकाय, पंचायत और आगामी विधानसभा चुनाव में भाजपा की तर्ज पर काम करेगी? क्या कमलनाथ भाजपा की ताकत के कायल हैं? प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ ने कांग्रेस कार्यकर्ताओं को भाजपा का उदाहरण देकर समझाया है। साथ ही उन्होंने कांग्रेस को लेकर भविष्यवाणी करते हुए पार्टी की कमियां भी गिनाईं। इस दौरान दिग्विजय सिंह ने भी अपने कार्यकाल की गलती को स्वीकारा। उन्हाेंने कहा कि SDM को धारा 40 के अधिकार देना सबसे बड़ी गलती थी।. पार्टी के दिग्गज नेताओं ने ये बातें भोपाल के प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में कहीं, जहां गुरुवार को प्रदेश कांग्रेस पंचायती राज संस्था प्रकोष्ठ का सम्मेलन आयोजित किया गया था। सम्मेलन में कमलनाथ ने कहा कि हमारा मुकाबला सिर्फ बीजेपी से नहीं, बल्कि भाजपा संगठन से है। हमारी हार होती है, तो बीजेपी नहीं, बल्कि संगठन हराएगा। एक बात और कि हमने भी ठान लिया, तो कांग्रेस को कोई रोक नहीं सकता।

कमलनाथ बोले- आपको कोई बताने नहीं आएगा

कमलनाथ ने कहा कि पंचायत और नगर निकाय के चुनाव हैं। इससे पूरे प्रदेश में संदेश जाएगा। यह मत भूलिए कि आपको कोई बताने नहीं आएगा कि यह करिए। यही कांग्रेस में कमी है। भारतीय जनता पार्टी का जो जमीन से जुड़ा व्यक्ति है, उसे कोई बोलने नहीं जाता कि तुम जाओ, यहां घूमो, फलां काम करो। वहीं, कांग्रेस में हम इंतजार करते हैं कि कोई आए और बोले, तभी हम जाएंगे।


कार्यकर्ता को हर मतदाता तक पहुंचना होगा

आगे उन्होंने कहा, शादी बारात, गमी में जा रहे हैं, तो अपनी बात तो कर सकते हैं। आज हमें यह नया रवैया अपनाना होगा। हमें हर मतदाता तक पहुंचना है, तो यह जिम्मेदारी आपकी है। यह जिम्मेदारी आप निभाएंगे, तभी 2023 विधानसभा चुनाव में सफल हो जाएंगे। इस दौरान पूर्व पीसीसी चीफ अरुण यादव, कांतिलाल भूरिया, पूर्व मंत्री कमलेश्वर पटेल सहित अन्य नेता व कार्यकर्ता भी मौजूद थे।

किसी पर निर्भर मत रहिएगा

कमलनाथ ने कांग्रेसी कार्यकर्ताओं को नसीहत भी दी। बोले- आप किसी पर डिपेंड मत रहिएगा। यह मत कहिए कि विधायक या नेता आकर करेगा। बहुत सारे नेता हैं, मैं उनसे पूछता हूं कि आपके वार्ड, गांव का रिजल्ट क्या था पिछली बार, तो दूध का दूध और पानी का पानी हो जाता है। सबसे बड़ी माला लेकर आएंगे, पर अपना गांव और वार्ड हारेंगे, लेकिन इसके बाद भी बड़ी माला, बड़ा जिंदाबाद, हर हवाई पट्‌टी पर मिलेंगे। यह बात हमें पहचाननी है। मुझे इस बात का बहुत अनुभव हो गया। कमलनाथ ने कहा कि ये दिल्ली- मुंबई में बड़े-बड़े लेखक हैं, जो कभी गांव नहीं गए। उन्होंने गांव अपने प्लेन की खिड़की से देखा है। ये पाठ पढ़ाएंगे? मैं तो दिल्ली वालों को भी यह बात कहता हूं कि आप तो सब अनपढ़ हैं। क्योंकि आपकी सोच आपने तो अपने वार्ड, मोहल्ले, कॉलोनी में बताइए क्या रिजल्ट आता है। जवाब नहीं दे पाएंगे। यह सच्चाई आप सबके सामने है।

दिग्विजय बोले- मेरे कार्यकाल की सबसे बड़ी गलती

पूर्व सीएम दिग्विजय बोले- ग्राम सभा अंतर्गत गैर आदिवासी क्षेत्र में भी बिना ग्राम सभा की सहमति के काम नहीं हो सकता। यह कानून मप्र में आज भी लागू है, लेकिन इसका पालन नहीं हो रहा। उन्होंने कहा कि बीजेपी की नीयत सत्ता के विक्रेंदीकरण के पक्ष में नहीं है। भाजपा सत्ता का केंद्रीयकरण करती है। कांग्रेस विकेंद्रीकरण के पक्ष में है। दिग्विजय ने कहा कि मेरे कार्यकाल में एक कमी जरूर रह गई। हमने धारा 40 के अधिकार SDM को देकर बड़ी गलती कर दी, जबकि इसके लिए चुने हुए जनप्रतिनिधियों या वकीलों का ही ट्रिब्यूनल बनाना चाहिए, जो निष्पक्षता से काम करें। क्योंकि जिसने SDM साहब की बात नहीं मानी, उस पर धारा 40 की कार्रवाई हो जाती है। हमारी सरकार बनने पर इसमें बदलाव करेंगे।

आगे एससी-एसटी के लिए भी ट्रिपल टेस्ट होगा

दिग्विजय सिंह ने कहा कि पिछड़ा वर्ग को आरक्षण नहीं देने के लिए बीजेपी ने पेचीदगी पैदा की। ट्रिपल टेस्ट व्यवस्था आरक्षण समाप्त करने का दरवाजा खोलने का टेस्ट है। भारतीय जनता पार्टी 2024 में फिर से जीत गई, तो एससी-एसटी में ट्रिपल टेस्ट आ जाएगा। आरएसएस के मोहन भागवत खुद ही कह चुके हैं कि आरक्षण पर पुनर्विचार होना चाहिए।

क्या है धारा 40?

मप्र पंचायतीराज ग्राम स्वराज अधिनियम-1993 में सरपंच को उसकी अनियमित कार्य के कारण हटाने का प्रावधान भी है। इसके लिए धारा 40 का प्रावधान किया गया है। इसका उपयोग करने के अधिकारी SDM को दे दिए गए हैं। इसका गलत उपयोग रोकने के लिए कांग्रेस व्यवस्था में बदलाव करने की बात कह रही है।

अब हम उस्ताद हो गए, हमसे सीखने आ सकते हो

दिग्विजय ने कहा कि कांग्रेस में नए लोगों को मौका मिलना चाहिए। हम लोग आपके साथ हैं। पहले भी थे। पहले दंगल में पहलवानी करते थे। दांवे-पेंच लड़ाते थे। अब उस्ताद के रूप में हैं। कोई दांव-पेंच सीखना हो, तो हम सिखा देंगे। पंचायती राज को लाना है। सफल बनाना है।