ऑस्ट्रेलिया में  प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के स्वागत में पीएम एल्बनीज ने कोई कमी कसर नहीं छोड़ी। सिडनी के कुडोस बैंक एरिना में पहुंचे पीएम मोदी की अगुवाई प्रधानमंत्री एंथनी एल्बनीज ने गर्मजोशी से की। इस बीच पीएम मोदी का स्वागत पारंपरिक 'स्मोकिंग सेरेमनी' से किया गया, जिसकी चर्चा हर तरफ है। 

जानें क्या होती है 'स्मोकिंग सेरेमनी'
ऑस्ट्रेलिया में किसी भी महत्वपूर्ण या शुभ कार्यक्रम की शुरुआत स्मोकिंग सेरेमनी से की जाती है जो किय यहां का एक पारंपरिक रिवाज है। इस रिवाज में स्थानीय पौधों की पत्तियों (औषधीय) से धुआं किया जाता है। इस औषधीय धुएं को लेकर ऐसी मान्यता है कि इससे आध्यात्मिक और शारीरिक शुद्धि होती है। ऐसी मान्यता है कि स्मोकिंग सेरेमनी से बुरी आत्माओं को दूर किया जा सकता है। पहले इसे बच्चे के जन्म या दीक्षा, धार्मिक कार्यक्रमों के वक्त किया जाता था। अब विदेशी मेहमानों के स्वागत के दौरान भी स्मोकिंग सेरेमनी की जाती है। इस सेरेमनी को अक्सर आदिवासी समुदाय के किसी सदस्य द्वारा किया जाता है।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि भारत के पास सामर्थ्य की कमी नहीं है। भारत के पास संसाधनों की भी कमी नहीं है। आज दुनिया की सबसे बड़ी और सबसे युवा टैलेंट फैक्ट्री भारत में है। मुझे ये जानकर अच्छा लगा कि आप सब ने भी आजादी का अमृत महोत्सव भी बड़े धूमधाम से मनाया है। हमारे किक्रेट के रिश्ते को 75 वर्ष पूरे हो गए हैं। किक्रेट की फील्ड पर मुकाबला जितना रोचक होता है उतनी ही गहरी हमारी ऑफ द फील्ड दोस्ती है। पिछले साल जब महान क्रिकेटर शेन वार्न का निधन हुआ तो ऑस्ट्रेलिया के साथ कोटि-कोटि भारतीयों ने भी शोक मनाया। ये ऐसा था जैसे हमने अपना कोई खो दिया।

प्रधानमंत्री अल्बानीस ने कहा कि आखिरी बार मैंने इस मंच पर किसी को ब्रूस स्प्रिंगस्टीन के रूप में देखा था और उन्हें वह स्वागत नहीं मिला जो प्रधानमंत्री मोदी को मिला है। प्रधानमंत्री मोदी द बॉस हैं।