मुंबई । महाराष्ट्र में मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के पद से इस्तीफे के बाद सियासी घमासान का पटाक्षेप हो गया पर शिवसेना नेता व राज्यसभा सांसद संजय राउत की मुश्किलें बढ़ती जा रही हैं। संजय राउत ने ईडी के सामने होने वाली पेशी को लेकर कहा है कि वह कल यानी कि शुक्रवार को ईडी के दफ्तर जाएंगे। ज्ञात हो कि ईडी ने राउत को दूसरी बार समन भेजा है, जिसमें 1 जुलाई से पहले पेश होने को कहा गया है। यह पूरा मामला पात्रा चॉल लैंड स्कैम का है। वहीं सीएम उद्धव ठाकरे के इस्तीफे पर भी संजय राउत ने प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा कि कल जब उद्धव ठाकरे ने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दिया तो हम भावुक हो गए। उद्धव ठाकरे पर सभी का भरोसा है। हर जाति और धर्म के लोग उनका समर्थन करते हैं। सोनिया गांधी और शरद पवार को उन पर भरोसा है।  संजय राउत को ईडी इससे पहले भी एक समन भेज चुकी है।  यह पूरा मामला मुंबई में एक ‘चॉल’ के पुनर्विकास से जुड़े 1,034 करोड़ रुपये के भूमि ‘घोटाले’ से जुड़ी मनी-लॉन्ड्रिंग जांच से संबंधित है। संजय राउत और उनके परिवार से जुड़े 8 भूखंडों और मुंबई के दादर उपनगर में एक फ्लैट को मनी लॉन्ड्रिंग रोधी कानून के तहत जब्त किया गया था। पहले नोटिस को लेकर ईडी के सामने पेश होने के लिए संजय राउत ने मंगलवार को अतिरिक्त समय मांगा, जिसकी अनुमति एजेंसी ने दे दी है। राउत के वकील पेशी के लिए अतिरिक्त समय देने की मांग को लेकर सुबह करीब सवा 11 बजे जांच एजेंसी के कार्यालय पहुंचे थे।
मालूम हो कि पिछले कुछ दिनों से बागी विधायकों और भाजपा पर हमला करने के बाद अब शिवसेना ने कांग्रेस और एनसीपी पर निशाना साधा है। अपने मुखपत्र में लिखा है कि औरंगाबाद का नाम बदलने को लेकर कई लोगों के पेट में दर्द था, लेकिन उद्धव ठाकरे ने इसकी परवाह नहीं की। साथ ही शिवसेना ने बीजेपी पर भी हमला बोलते हुए खुद को हिंदुत्ववादी साबित करने की कोशिश की है।