एसएस राजामौली की फिल्म 'आरआरआर' ने दुनिया भर में अपनी सफलता का परचम लहराया है। 12 मार्च को 95 वें अकादमी पुरस्कार में फिल्म के गाने 'नाटू नाटू' ने बेस्ट ओरिजिनल सॉन्ग का पुरस्कार जीता था, जिसके बाद से देश का नाम दुनिया भर में रोशन हो गया। 'नाटू नाटू' ने ऑस्कर अवॉर्ड जीतकर इतिहास रच दिया, लेकिन क्या आप जानते हैं कि जिस गाने ने ऑस्कर अवॉर्ड जीता उस गाने के कलाकार और फिल्म के निर्देशक को ऑस्कर में शामिल होने के लिए मुफ्त टिकट नहीं दिया गया था।

ऑस्कर के मुख्य कार्यक्रम में 'नाटू नाटू' के गीतकार चंद्र बोस, संगीतकार कीरावनी, एसएस राजामौली और उनका परिवार, राम चरण, जूनियर एनटीआर और अभिनेताओं की पत्नियां शामिल थीं। रिपोर्ट्स के अनुसार, एसएस राजामौली, जूनियर एनटीआर और रामचरण को कार्यक्रम में शामिल होने के लिए मुफ्त टिकट नहीं दिया गया था। ऑस्कर में सिर्फ चंद्र बोस और एमएम कीरावनी और उनकी पत्नियों को ही फ्री एंट्री दी गई थी।

ऑस्कर में एंट्री के लिए एसएस राजामौली को अपनी टीम के सदस्यों के लिए खुद टिकट खरीदना पड़ा था। ऑस्कर सेरेमनी में राजामौली ने टीम के लिए सीट रिजर्व करने के लिए खुद खर्चा उठाया था। ऑस्कर अवॉर्ड को देखने के लिए राजामौली को प्रति व्यक्ति 25 हजार डॉलर यानी लगभग 20 लाख रुपये का भुगतान करना पड़ा था।

अकादमी अवॉर्ड्स के अनुसार, जिन्हें पुरस्कार दिया जाता है, उन्हें और उनके परिवार को कार्यक्रम का मुफ्त टिकट मिलता है और उनके लिए एंट्री फ्री होती है। अवॉर्ड में एसएस राजामौली और उनकी टीम को अंतिम पंक्ति की सीट देने के लिए अकादमी की आलोचना भी की गई थी। सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल होने के बाद फैंस में नाराजगी भी जाहिर की थी।