कई बच्चों को अंगूठा चूसने की आदत होती है। अक्सर माता-पिता बच्चों की इस आदत को नजरअंदाज कर देते है। सोचते है कि बच्चे के बड़े होने के बाद यह आदत छूट जाएगी। मगर इस आदत के कारण बच्चे को बहुत नुकसान होता है। बच्चे व्यग्रता, आकुलता, मानसिक असुरक्षा के कारण या बच्चों में भूख से उत्पन्न नैराश्य दूर करने के लिए यह आदत अपना लेते है।
अंगूठा चूसने से दांत की हड्डी बाहर की और आ जाती है. इस कारण बच्चों के दांत टेड़े हो जाते है। ऊपर व निचे के दांतो में खाली जगह तक रह जाती है। दांत अपनी जगह से खिसक तक जाते है। इस कारण खाने में परेशानी हो सकती है। इस आदत को छुड़ाने के लिए बच्चों के अंगूठे पर पट्टी बांधी जा सकती है।
अंगूठे चूसने के कारण बच्चे को सूजन या इंफेक्शन होती है। सांस में समस्या आती है। बच्चे इस आदत के कारण स्कूल में हंसी का कारण बन जाते है। इस आदत को छुड़ाने के लिए डॉक्टर से मदद ली जा सकती है।
बच्चों को हमेशा व्यस्त रखें तथा उन्हें समय-समय पर दूध व भोजन खिलाते रहें। यदि बच्चा भूखा होगा तो यह स्वभाविक ही है कि वह अँगूठा मुँह में लेगा।
इसके साथ ही सख्ती करने की जगह पर बच्चों को प्यार से समझाकर उनकी इस आदत को छुड़ाया जाना चाहिये।