बैतूल(हेडलाइन)/ नवल वर्मा। चांदू सोसायटी का फर्जीवाड़ा सार्वजनिक हो चुका है और मामला सबके सामने सार्वजनिक होने के बाद अब नये-नये मामले सामने आ रहे है? फर्जीवाड़ा इस स्तर पर किया गया है कि इसमें सीधे एफआईआर होना चाहिए, लेकिन सवाल यह है कि हरिराम की कार्यप्रणाली को लेकर सहकारिता में किसी तरह की कोई कार्रवाई करने के मूड में ही जिम्मेदार नहीं है। जिला सहकारी बैंक के सीईओ से लेकर उपायुक्त सहकारिता तक अज्ञात कारणों से हरिराम को लेकर किसी तरह से कोई कदम तक उठाने को तैयार नहीं है। सवाल यह है कि इसके खिलाफ जांच क्यों नहीं हो रही! ग्रामीणों का कहना है कि वर्ष 2014-15 की ऑडिट रिपोर्ट चीख-चीखकर बता रही है कि हरिराम को तत्काल जेल में डाल देना चाहिए? ग्रामीण तो खुलकर बोलने लगे है कि इसके जैसे चोट्टे को यदि समिति में बैठाकर रखेंगे तो यह लोगों का भला नहीं करेगा अपना घर भरेगा और इसका बड़ा नमूना है कि किसान सोसायटी में यूरिया खाद लेन आए और धोखाधड़ी कर उन्हें नगदी का कर्जदार बना दिया! इससे बड़ा टैेलेंट और क्या होगा?

- चांदू , पलस्या के किसानों ने फोन पर बताई आपबीती...
हरिराम और उसकी टीम किस तरह से किसानों को कर्ज के मकडज़ाल में उलझा रही है? इसकी जानकारी चांदू पलस्या के किसानों ने राष्ट्रीय दिव्य दुनिया को फोन कर दी है। किसानों ने बताया कि वे सोसायटी में बही पर खाद लेने गए थे, लेकिन खाद के कर्ज के साथ-साथ उनके खाते में नगदी का कर्ज भी चढ़ा दिया गया, जबकि उन्होंने ऐसा कोई कर्ज ही नहीं लिया! यह कर्ज कैसे आया उन्हें पता ही नहीं है?

- वसूली के लिए होने लगा तकाजा तब कर्जदार होने का ज्ञान हुआ...
किसानों का कहना है कि उन्हें तो पता ही नहीं था कि कब विड्राल पर अंगूठा और हस्ताक्षर करवा लिए गए! जब कर्ज की वसूली के लिए उनसे तकाजा होने लगा तब उन्हें पता लगा कि वे कर्जदार है? जबकि उन्होंने ऐसा कोई कर्ज ही नहीं लिया था! किसानों का कहना है कि हरिराम का इतना डर और दबदबा है कि कोई उसके खिलाफ कोई बोल नहीं पाता, लेकिन अब पानी सिर से ऊपर चला गया है।

- हरिराम के तीन खिलाड़ी दिखा रहे है हर तरह का खेल...
हरिराम की टीम में शामिल कोई तुकाराम, शेषराव और मालवीय वो खिलाड़ी है जो लगतार चमत्कार दिखा रहे है? जिस तरह से हरिराम मालामाल हो गया है उसी तरह से यह तीनों भी हरिराम के संरक्षण में आर्थिक रूप से काफी मजबूत हो चुके है! सहकारिता के हिसाब से इनका जो मानदेय है यदि उसका हिसाब किताब देखा जाए और इनकी चल अचल संपत्ति देखी जाए तो आय से अधिक संपत्ति का मामला वैसे ही बनता है?

- इनका कहना...
- चांदू की सोसायटी में जो भ्रष्टाचार हुआ है उसको लेकर जल्द ही कलेक्टर से कांग्रेस का एक प्रतिनिधि मंडल मिलेगा और जांच की मांग करेगा। जो भी किसान सहकारी समिति के भ्रष्टाचार से पीडि़त है वे हमसे सीधे संपर्क कर सकते है उनकी शिकायतों को उचित फोरम पर उठाया जाएगा।
- हेमंत वागद्रे, जिला कांग्रेस 
अध्यक्ष, ग्रामीण बैतूल।

 - जिस तरह के आरोप बताए जा रहे है गंभीर प्रकृति के हैं । यदि शिकायत आएगी तो भी जांच कराएंगे और नहीं आएंगी तो भी खबरों के आधार पर जांच कराएंगे। 
- आलोक यादव, सीईओ  जिला सहकारी बैंक , बैतूल।
नवल वर्मा हेडलाइन बैतूल 07 फ़रवरी 2023