(बैतूल) राजनैतिक संरक्षण और प्रशासन का सहयोग हासिल करने अवैध कालोनाईजर करता है एक प्लॉट दान,
- मोती वार्ड चक्कर रोड की अवैध श्रीराम रेसीडेंसी को लेकर चर्चा में है कहानी

बैतूल (हेडलाईन) / नवल-वर्मा । शहर में जो लोग जमीन, कालोनी और प्लॉट के व्यवसाय से जुड़े हुए हैं वे राजनीतिक वरदहस्त और प्रशासनिक पकड़ बनाने के लिए हर तरह का टोटका आजमाते हैं जिसमें सबसे बड़ा टोटका है समाजसेवा ?  प्रचारित समाज सेवा की आड़ में वे प्रशासनिक अधिकारियों से निकटतम संबंध बनाकर अपने काले-पीले कामों को छिपाने का काम करते हैं। ऐसा ही मामला एक अवैध कालोनाईजर को लेकर चर्चा में है। बताया गया कि उक्त कालोनाईजर की कालोनी को नगरपालिका ने अवैध घोषित कर दिया है और कार्रवाई के लिए प्रस्ताव बनाकर भी भेज दिया है। यह बात सामने आने के बाद उक्त कालोनाईजर ने अपनी अवैध कालोनी में ही अपने ही समाज को एक हजार वर्गफुट का प्लॉट दान करने का ऐलान कर दिया और इसको लेकर जनप्रतिनिधि उनकी प्रशंसा करने लगे। जबकि इसके पीछे कहानी क्या है कोई जानने और समझने को तैयार नहीं है। यह कालोनी अवैध है और यहां पर जमीन दान करने का क्या मतलब हो सकता है यह बात प्रशासन को भी अच्छे से समझना चाहिए।

- मंगल भवन या सामुदायिक भवन के लिए जमीन छोडऩा अनिवार्य है...
जिस कालोनाईजर ने अपनी कालोनी में एक हजार वर्गफुट का प्लॉट अपने ही समाज को दान करने का दावा किया है उसे यह भी बताना चाहिए था कि कालोनाईजिंग के नियमों के अनुसार कितनी जमीन उसे मुक्त रखना है और उक्त जमीन पर मंगल भवन या सामुदायिक भवन या मंदिर आदि का निर्माण उसने किया है या नहीं?

- शहर में अवैध काम करने वालों में समाजसेवा का है ट्रेंड...
बैतूल शहर में समाजसेवी बनना सबसे आसान काम है और एक बार यदि कोई समाजसेवी बन गया तो उसके काले पीले कामों को लेकर लोग उससे परहेज करना बंद कर देते है और उसे सार्वजनिक कामों में इज्जत मिलने लगती है। मान सम्मान बढ़ जाता है, प्रशासन में उसका रसूख बढ़ जाता है। इसलिए यह सब ढोंग जमकर होते हैं।

- राजनीति भी अवैध काम करने वालों को पनाह देती हुई आने लगती हैं नजर...
जैसे ही कोई अवैध कालोनाईजर या अवैध काम करने वाला समाजसेवा का चोला पहनता है तो राजनीति भी उसे अपने आसपास मंडराने और बहुत भरोसेमंद दिखने का पूरा मौका उपलब्ध कराती है। सत्ता बदलते ही ऐसे अवैध काम करने वाले अपना नेता भी बदल देते हैं यह बात भी इनको संरक्षण देने वाली सियासत कभी ध्यान नहीं देती।

- नगरपालिका ने श्रीराम रेसीडेंसी चक्कर रोड को किया है अवैध घोषित...
28 दिसम्बर को नगरपालिका बैतूल ने एसडीएम को एक पत्र लिखा जिसमें बताया कि खसरा नं 224/26, रकबा 0.3250 हेक्टेयर में काटी जा रही कालोनी अवैध है। मोती वार्ड चक्कर रोड स्थित श्रीराम रेसीडेंसी का स्पष्ट रूप से नाम लिखकर बताया गया कि मनीष ठाकुर टिकारी, राकेश राठौर टिकारी एवम् अजय देवड़े आदि द्वारा अनाधिकृत रूप से छोटे-छोटे प्लॉट काटकर बेचे जा रहे है। इनके खिलाफ प्राथमिक सूचना दर्ज करवाने की कार्रवाई की जाए।
नवल-वर्मा-हेडलाईन-बैतूल  05 जनवरी 2022