(बैतूल) 29 सितम्बर को की गई तालाबंदी के बाद से हुआ माहौल खराब, - बड़ा सवाल : आखिर जे एच कॉलेज में हो क्या रहा है जो इस तरह बाहरी तत्व मचा रहे हुड़दंग
(बैतूल) 29 सितम्बर को की गई तालाबंदी के बाद से हुआ माहौल खराब,
- बड़ा सवाल : आखिर जे एच कॉलेज में हो क्या रहा है जो इस तरह बाहरी तत्व मचा रहे हुड़दंग
बैतूल (हेडलाईन ) / नवल-वर्मा । जिले के सबसे बड़े महाविद्यालय जेएच कॉलेज इन दिनों जिस वजह से सूर्खियों में है उसको लेकर गंभीर सवाल खड़े हो रहे हैं और कॉलेज प्राचार्य की प्रभावशीलता पर भी प्रश्रचिन्ह लग रहा है? विगत 29 सितम्बर को जेएच कॉलेज में तालाबंंदी के बाद से ही लगातार कोई न कोई ऐसा घटनाक्रम हो रहा है जिसकी वजह से कॉलेज की खासी बदनामी हो रही है! हालत यह है कि इन व्यवस्थाओं को संभाल पाने में नाकाम प्राचार्य मीडिया पर इसका दोषारोपण करते नजर आती हैं ? मंगलवार को कॉलेज में दो बाहरी युवकों में विवाद हुआ और मारपीट हुई और पुलिस कॉलेज कैम्पस के अंदर गई। जबकि कॉलेज में सुरक्षा के लिए गार्ड तैनात है, सीसीटीवी कैमरे लगा रखे हैं इसके बावजूद बाहरी तत्वों की आवाजाही पर कोई अंकुश नहीं लग रहा है। जबकि दो बार छात्रों ने सुरक्षा को लेकर कॉलेज प्राचार्य को ज्ञापन भी दिया गया है।
- दो बाहरी युवकों में कॉलेज के अंदर मार पिटाई, पुलिस ने दर्ज किया मामला...
जिला मुख्यालय के सबसे बड़े जेएच कॉलेज एक बार फिर विवादों में है। गार्डो की तैनाती के बावजूद बाहरी तत्वों के परिसर में बेरोकटोक प्रवेश करने के बाद मंगलवार पत्थरबाजी की घटना सामने आई है। बताया गया पैसे के लेनदेन के विवाद पर कुछ लोगों ने एक युवक की जमकर पिटाई कर दी। खुलेआम चाकू लहराए जाने के बाद युवक का सिर पत्थर से फोड़ दिया। सूत्रों से प्राप्त जानकारी के मुताबिक दोपहर 2 बजे जेएच कॉलेज में नई बिल्डिंग के पास कुछ युवकों में विवाद हो गया। इससे पहले कोई कुछ समझ पाता गौठाना निवासी कामेश पवार नामक युवक के साथ रोशन प्रधान ने मारपीट शुरू कर दी। प्राचार्य को पूरे मामले की भनक तब लगी जब पुलिस कैम्पस के अंदर घुसी।
- 6 जनवरी को छात्र-छात्राओं ने बाहरी तत्वों की आवाजाही पर प्राचार्य को चेताया था...
5 जनवरी को एडीएम को शिकायत की गई थी इसके बाद 6 जनवरी को छात्रों के एक समूह ने कॉलेज में प्रदर्शन किया और कॉलेज प्राचार्य को ज्ञापन दिया था जिसमें उन्होंने साफ कहा था कि बाहरी तत्वाों की आवाजाही से छात्र-छात्राओं में दहशत रहती है इस पर कढ़ाई से रोक लगाई जाए। हालांकि प्राचार्य ऐसा होने से इंकार करती रही।
- 7 जनवरी को अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने भी 7 मांगों को लेकर दिया ज्ञापन...
अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने भी कॉलेज प्राचार्य की वर्किंग और कॉलेज में होने वाले उपद्रव और आवारा तत्वों की आवाजाही को लेकर अपना विरोध जताते हुए कॉलेज प्राचार्य को ज्ञापन दिया था। जिसमें उन्होंने 7 मांगे रखी थी। इसमें दो मांग यही थी कि कॉलेज सुरक्षा व्यवस्था को चाक चौबंद किया जाए। बाहरी तत्वों की आवाजाही रोकी जाए।
नवल-वर्मा-हेडलाईन-बैतूल 19 जनवरी 2022