(बैतूल) सीएम हेल्प लाईन को भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई का बनाया हथियार,

- चूनागोसाई के ग्रामीण ने इतनी शिकायतें ठोकी कि एसीईओ को जांच करने जाना पडा़ उसके घर 

बैतूल(हेडलाईन)/नवल-वर्मा ।चूनागोसाई के ग्रामीण दिनेश यादव पिछले काफी समय से सीएम हेल्पलाईन पर उनकी ग्राम पंचायत में होने वाले कामों और उसकी गड़बड़ी को लेकर शिकायतें कर रहे है। लगभग 7 - 8 मामलों में ही उनकी करीब 150 शिकायतें है। इन शिकायतों को लेकर फार्मूले के तहत उन्हें संतुष्ट करने का भरकस प्रयास किया गया, लेकिन वे अपनी बात पर अड़े रहे और शिकायत उन्होंने वापस नहीं ली। फिर उन्हें जिला पंचायत में तलब किया गया, लेकिन वे जिला पंचायत में आए ही नहीं और उन्होंने साफ शब्दों में कह दिया कि निराकरण करना है तो मौके पर आओ। उनकी शिकायतों की संख्या और स्टेटस को देखने के बाद जिला पंचायत सीईओ ने एसीईओ के नेतृत्व में एक जांच दल भेजा। यह जांच दल चिचोली जनपद पहुंचा और वहां पर दिनेश को तलब किया गया तो दिनेश ने साफ कह दिया कि गांव आओ तो बात होगी। आखिरकार इस दल को दिनेश के गांव जाना पड़ा और जिन मामलों में शिकायत की है उसका मौका मुआयना करना पड़ा।

- 7 दिन में दिया कार्रवाई का आश्वासन...
16 जनवरी को एसीईओ के नेतृत्व में जांच दल चुनागोसाई गांव पहुंचा। वहां पर दिनेश यादव ने उन तमाम निर्माण कार्यों को मौके पर ले जाकर दिखाया जिसकी वह लगातार शिकायत कर रहा है। जांच दल ने सभी कामों को देखा। दिनेश और अन्य ग्रामीण पूरे समय साथ में मौजूद  रहे। इस जांच के बाद 7 दिन के अंदर कार्रवाई का आश्वासन एसीईओ ने दिया था।

- शिकायतकर्ता पर हमला भी हो चुका...
दिनेश यादव के अनुसार पंचायत में हो रही गड़बड़ी की शिकायत लगातार की जाती है। इससे सरपंच, सचिव उसके खिलाफ है। उसने बताया कि पूर्व में पुलिया निर्माण में गड़बडिय़ों को लेकर उसकी शिकायत पर जब जांच दल आया था तो गांव सरपंच का पति उसे पत्थर लेकर मारने दौड़ा था वह जैसे-तैसे जान बचाकर भागा था। उसके बाद उसने बीजादेही थाने में शिकायत की थी।

- अब सीएम से शिकायत की है तैयारी...
दिनेश यादव का कहना है कि उसके पास तमाम चीजों के प्रमाण है। एसीईओ ने उसे 7 दिन में कार्रवाई का आश्वासन दिया था, लेकिन अभी तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है। ऐसी स्थिति में वह अब जब भी सीएम बैतूल आयेंगे अथवा आगामी दिनों में भोपाल जाकर वह पूरे मामले की शिकायत उनसे करेगा और बताएगा कि जिला पंचायत सीईओ अज्ञात कारणों से उक्त सरपंच, सचिव और पंचायत के खिलाफ ठोस कार्रवाई नहीं कर रहे हैं।

- इन मामलों की कर रखी है शिकायत...
1 - मनरेगा के तहत प्रधानमंत्री सड़क से चुनागोसाई तक बनने वाले 12 लाख का ग्रेवल मार्ग।
2 - 15 वें वित्त के तहत प्रधानमंत्री सड़क से शिवगिरी के घर तक बनने वाले सीसी रोड निर्माण में धांधली।
3 - बालईमाल में 15 वें वित्त के तहत बनने वाले 5 लाख लागत की पुलिया निर्माण।
4 - 14 वें वित्त के तहत बन रहे सिंगाजी चौपाल जिसे अधूरा छोड़ा गया। 
5 - घोड़ा यादव के घर से हनुमान मंदिर तक 15 वें वित्त से बनने वाले 5 लाख के सीसी रोड।
6 - पहली और दूसरी लहर में गांव में एक भी कोरोना पॉजिटिव न मिलने पर मिलने वाली राशि का गबन करना।
7 - फर्जी मस्टर भरकर 45 हजार रूपये की राशि का मनरेगा में आहरण करना।
नवल-वर्मा-हेडलाईन-बैतूल  28 जनवरी 2022