(बैतूल) वन विभाग ने भोपाली की पहाड़ी पर चढऩा बताया है खतरनाक..! - छोटा महादेव की पहाड़ी में बनी बड़ी दरार को लेकर एक्सपर्ट ने जांच के बाद जिला प्रशासन को की अनुशंसा
(बैतूल) वन विभाग ने भोपाली की पहाड़ी पर चढऩा बताया है खतरनाक..!
- छोटा महादेव की पहाड़ी में बनी बड़ी दरार को लेकर एक्सपर्ट ने जांच के बाद जिला प्रशासन को की अनुशंसा
बैतूल(हेडलाईन)/नवल-वर्मा । जिले में प्रसिद्ध शिवधाम भोपाली में पहाड़ी पर चढऩा खतरनाक हो सकता है। यहां दुर्घटना में जनधन की हानि होने की आशंका वन विभाग द्वारा व्यक्त की गई है। डीएफओ उत्तर वन मंडल ने जिला प्रशासन को स्पष्ट रूप से कहा है कि इस पहाड़ी पर आवाजाही पर रोक लगाई जाना चाहिए। भोपाली की पहाड़ी में एक बड़ी दरार सामने आने के बाद जिला प्रशासन ने इस दरार की स्थिति को लेकर जांच पड़ताल करवाई। इस जांच पड़ताल में यह सामने आया है कि यह दरार हर वर्ष बढ़ते जा रही है और जन सुरक्षा की दृष्टि से ऊपर वाले मंदिरों में आमजन का दर्शन के लिए आना-जाना प्रतिबंधित किया जाना चाहिए। यह दरार भोपाली में गुफा के बायीं ओर काले बाबा मंदिर के नीचे है।
- कलेक्टर के निर्देश पर उत्तर वन मंडल ने दरार की करवाई थी जांच...
छोटा महादेव भोपाली की पहाड़ी पर दरार का मामला सामने आने के बाद कलेक्टर अमनबीर सिंह बैंस के निर्देश पर डीएफओ उत्तर वन मंडल ने रानीपुर परिक्षेत्र के भोपाली बीट के आरएफ 506 में चट्टान में आई दरार को रोकने एवं भविष्य में होने वाली दुर्घटना से बचने के लिए डब्ल्यूसीएल की तकनीकी टीम के साथ जांच करवाई थी।
- चूना पत्थर की है चट्टान और अपनी उम्र पूरी कर चुकी...
डब्ल्यूसीएल की तकनीकी टीम के साथ रेंजर रानीपुर ने मौके पर स्थल निरीक्षण किया। 20 जनवरी को की गई इस जांच में यह सामने आया कि यह चट्टान चूना पत्थर की है और इसकी अवधि भी पूरी हो चुकी है एवं वर्तमान संसाधनों के द्वारा इस सपोर्ट संभव नहीं है। इस चट्टान के ऊपर काला बाबा मंदिर है और उसके ऊपर भी एक अन्य मंदिर है जहां आवाजाही है।
सिफारिश : 01: स्कीम-टू-स्कीम आर्च सपोर्ट ...
डब्ल्यूसीएल के एक्सपर्ट टीम की राय के आधार पर डीएफओ उत्तर वन मंडल ने भविष्य में जनहानि के अंदेशे को रोकने के लिए मंदिर पर आने-जाने वाले रास्ते में स्कीम-टू-स्कीम आर्च सपोर्ट लगाने की सिफारिश की है। जिससे कि रास्ते को सुरक्षित कर किसी अप्रत्याशित घटना होने की स्थिति में जनहानि को रोका जा सके।
सिफारिश : 02 : आने-जाने पर लगे बैन...
डीएफओ ने जो जिला प्रशासन को सिफारिश की है उसमें बताया कि पत्थर लाईम स्टोन है। दरार बहुत गहरी एवं चौड़ी है। वहां मौजूद लोगों की बातचीत से पता चला कि यह दरार निरंतर साल दर साल बढ़ती जा रही है। उसके नीचे से आमजन का आना-जाना कदापि सुरक्षित नहीं है। जनसुरक्षा की दृष्टि से रोक लगाई जाए।
नवल-वर्मा-हेडलाईन-बैतूल 06 फरवरी 2022