(बैतूल) स्थानीय निकायों के चुनाव को लेकर सरकार की पॉलिसी स्पष्ट नहीं, - नपा में चुनाव नहीं करा रही सरकार पर वार्डों में उपचुनाव कराने को है तैयार
(बैतूल) स्थानीय निकायों के चुनाव को लेकर सरकार की पॉलिसी स्पष्ट नहीं,
- नपा में चुनाव नहीं करा रही सरकार पर वार्डों में उपचुनाव कराने को है तैयार
बैतूल(हेडलाईन)/नवल-वर्मा । सरकार की पॉलिसी और स्थिति को समझ पाना ही मुश्किल है। एक तरफ नगरपालिका और नगर परिषद में चुनाव न होने के कारण करीब डेढ़ वर्ष से ज्यादा समय से प्रशासक राज कर रहे हैं। वहीं दूसरी तरफ सरकार वार्डों में खाली हुए पार्षदों के पद के लिए उपचुनाव कराने की तैयारी कर रही है और इसकी बकायदा अधिसूचना भी जारी हो गई है। बैतूल जिले में दो नगरीय निकाय में दो वार्डाें के लिए उप चुनाव का ऐलान हुआ है। वैसे पूरे प्रदेश में 21 वार्डों में यह उपचुनाव होने जा रहा है। प्रशासन ने भी इन उपचुनाव के लिए अपनी तैयारियां शुरू कर दी है। संयु़क्त कलेक्टर श्री बरार के नेतृत्व में दो वार्डों के चुनाव होंगे और इसके लिए 9 मार्च तक आचार संहित भी लागू रहेेगी। राज्य चुनाव आयोग से इस संबंध में तमाम दिशा निर्देश भी प्राप्त हो चुके हैं। श्री बरार ने बताया कि निर्देशों के अनुसार उपचुनाव के लिए कार्रवाई की जा रही है।
- तमाम तैयारियों के बाद अचानक ही निरस्त हो गए थे नगरीय निकाय चुनाव...
करीब दो वर्ष पहले जब कांग्रेस की सरकार थी तब नगरीय निकाय चुनाव की तैयारियां थी, लेकिन अचानक कांग्रेस सरकार की विदाई हो गई और भाजपा की सरकार आ गई और इसे बाद कोरोना काल शुरू हो गया। नतीजन चुनाव ही नहीं हो पाए। इस दौरान दो-तीन मौके पर सरकार ने संकेत भी दिए थे कि वह नगरीय निकायों में चुनाव कराने के लिए तैयार हैं, लेकिन फिर भी चुनाव टल गए और अब तक नहीं हुए।
- प्रदेश में पंचायतों के चुनाव भी होते-होते आखिरकार टल ही गए...
नवम्बर-दिसम्बर माह में त्रि-स्तरीय पंचायती राज चुनाव का हल्ला जोर-शोर से शुरू हुआ। नामांकन की प्रक्रिया तक हो गई, लेकिन अचानक सुप्रीम कोर्ट के दखल के बाद आरक्षण को लेकर पूरा मामला टॉय-टॉय फिस्स हो गया। सरकार ने चुनाव प्रक्रिया को ही निरस्त कर दिया और अब तक उस मामले में कोई ठोस पहल नहीं हुई है। कहा जा रहा है कि अभी आगे भी चुनाव होने की कोई गुंजाईश नहीं है।
मंडियों और सहकारी बैंक में चुनाव का किया जा रहा है दो वर्ष से इंतजार
जिला सहकारी बैंक और मंडियों में भी पिछले दो वर्ष से ही प्रशासक ही राज कर रहे है और वहां पर बोर्ड का कार्यकाल खत्म हो चुका है यहां भी चुनाव का इंतजार किया जा रहा है, लेकिन कांग्रेस सरकार के समय से ही यहां चुनाव को लेकर किसी तरह की कोई प्रक्रिया ही नहीं हुई। मंडी और सहकारिता की राजनीति में रूचि रखने वाले लोग भी बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं कि कब यहां पर चुनाव हो।
- सारनी और चिचोली के एक-एक वार्ड में होगा पार्षद के लिए उपचुनाव...
सारनी नगरपालिका के वार्ड क्रमांक 21 में और चिचोली के वार्ड क्रमांक 1 में चुनाव के लिए अधिसूचना जारी हुई है। आकस्मिक रूप से रिक्त हुए इन वार्डो में चुनाव होने वाले हैं। जिसके लिए चुनाव कार्यक्रम भी घोषित हो चुका है। मतदान 6 मार्च को होगा। मतगणना और परिणाम 9 मार्च को घोषित किए जाएंगे। यहां चुनाव प्रक्रिया 11 फरवरी से शुरू हो चुकी है और इन वार्डों के लिए आचार संहिता भी लागू हो चुकी है।
नवल-वर्मा-हेडलाईन-बैतूल 11 फरवरी 2022