(बैतूल) कुत्तों की नसबंदी और उसके ठेके के सिस्टम पर खड़ा किया सवाल, - इतने बढ़ गए हैं कुत्ते कि अब उनकी संख्या भी विधानसभा में पूछी जा रही..!
(बैतूल) कुत्तों की नसबंदी और उसके ठेके के सिस्टम पर खड़ा किया सवाल,
- इतने बढ़ गए हैं कुत्ते कि अब उनकी संख्या भी विधानसभा में पूछी जा रही..!
बैतूल(हेडलाईन)/नवल-वर्मा । कुत्तों की बढ़ती आबादी भी एक समस्या है और इस समस्या के निदान के लिए नगरीय निकाय को कुत्तों की नसबंदी कराना चाहिए। शासन कुत्तों की नसबंदी कराने के लिए फंड भी देता है। इसके बावजूद कुत्तों की नसबंदी नहीं होती है और लगातार आबादी बढ़ रही है। इस स्थिति को देखते हुए कांग्रेस के मुखर विधायक कुणाल चौधरी ने विधानसभा में तारांकित प्रश्र लगाया है। उन्होंने अपने सवाल में कुत्तों की नसबंदी का ठेका दिए जाने से लेकर आवारा पशुओं के कारण घायल हुए लोगों तक की जानकारी सवाल में मांगी है। हालांकि उन्होंने सवाल प्रदेश भर की नगरीय निकायों को लेकर लगाया है, लेकिन बैतूल जिले की नगरीय निकायों में हालत यह है कि आवारा कुत्ते, सूअर, आवारा मवेशी आदि को लेकर कोई सिस्टम ही नहीं है। करीब एक दशक पहले समाजसेवी जितेन्द्र (बंटी) पेसवानी ने आवारा कुत्तों की नसबंदी को लेकर शिकायत की थी। उसके बाद कुछ दिन तो हलचल रही, लेकिन उसके बाद जिम्मेदारों ने ध्यान देना ही बंद कर दिया। बैतूल नगरपालिका में आवारा कुत्ते पकडऩे या नसबंदी करने के लिए कभी कोई प्रयास देखा नहीं गया।
- आवारा कुत्तों का डेरा कलेक्ट्रेट गेट तक पर...
बैतूल शहर में हर गली हर मोहल्ले में आवारा कुत्तों के झुंड देखे जा सकते है। शहर की मुख्य सड़कों पर भी आवारा कुत्ते डेरा डाले रहते हैं और कई बार इनके कारण दुर्घटनाएं तक होती है, लेकिन इसके बावजूद इनकी धरपकड़ या समस्या के निदान को लेकर कोई ठोस पहल नहीं की जाती है। हालात यह है कि कलेक्ट्रेट गेट पर ही आधा दर्जन से ज्यादा कुत्ते डेरा डाले रहते हैं?
- किसी भी निकाय में नहीं होती कुत्तों की धरपकड़...
जो स्थिति देखने सुनने में आती है उसमें आवारा कुत्तों द्वारा लोगों को काटने और घायल करने के मामले सामने आते हैं, लेकिन कभी यह देखने में नहीं आया कि किसी नगरीय निकाय में कोई मुहिम चलाकर आवारा कुत्तों की धरपकड़ की हो? जागरूक नागरिक ललित का कहना है कि उसकी जानकारी में पिछले दस वर्ष में कभी भी नसबंदी तो दूर धरपकड़ भी नहीं हुई।
- यह है विधायक का सवाल...
1 - प्रदेश में पिछले पांच वर्ष में किस-किस नगरीय निकाय में कुत्तों की नसबंदी की गई है और इस पर कितना-कितना खर्च किया गया? किस-किस वर्ष में ठेकेदारों ने किस दर से कितने जिलों में कुत्तों की नसबंदी की गई?
2 - क्या विभाग के पास नगरीय निकाय अनुसार कुत्तों की गणना है यदि हां तो वर्ष 2020 से 31 दिसम्बर 2021 तक नगरीय निकाय अनुसार कुत्तों की संख्या बताएं, नसबंदी हेतु कुत्तों को पकडऩे उसे मॉडिफाय करने की क्या योजना है तथा कौन-कौन से इंजेक्शन दवा किस फर्म कंपनी का लगाकर नसबंदी की जा रही है, उस इंजेक्शन दवा आदि की एमआरपी क्या है?
3 - प्रश्नांश के अनुसार कुत्तों की नसबंदी हेतु बनाई गई डीपीआर तथा शासन एवं ठेकेदार के बीच हुए अनुबंधों की प्रति देवे, तथा नगरीय निकाय अनुसार नसबंदी के परिणामों से अवगत कराए?
4 - वर्ष 2020 से 20 फरवरी 2022 तक नगरीय निकाय में कुत्तों के काटने तथा सड़क पर घूम रही गाय तथा सांड के हमले से घायल हुए और मृतक होने की कितनी घटनाएं हुई। नगरीय निकाय अनुसार जानकारी देवें ?
5 - कुत्तों की नसबंदी के बाद भी पिल्ला होने की घटना पर शासन ठेकेदार पर क्या कार्रवाई करेगा तथा नसबंदी के बाद नगरीय निकाय कब कुत्तों की गणना करेगा?
नवल-वर्मा-ईएमएस-बैतूल 03 मार्च 2022