(बैतूल) सुदूर सड़क पर समीक्षा बैठक में जिला पंचायत सीईओ आईएएस अभिलाष मिश्रा ने प्रधानमंत्री आवास मिशन के प्रभारी को दो मिनट में मूल पद पर पहुंचा दिया,
- डीसी नहीं अब बीसी कहिए
बैतूल (हेडलाईन)/नवल-वर्मा । जिला पंचायत सीईओ अभिलाष मिश्रा की कार्यशैली हमेशा चर्चा में रहती है। वो जो भी करते हैं वह गजब ही होता है। ऐसा ही कुछ हाल ही में ग्राम सुदूर सड़क की समीक्षा बैठक के दौरान हुआ। यहां पर उन्होंने जिला पंचायत में प्रधानमंत्री आवास के जिला कोआर्डीनेटर कमलेश पोटफोड़े को प्रभार से हटाकर उनके मूल पद बीसी बना दिया और मुलताई जाने के निर्देश दे दिए। वहीं इसी बैठक में उन्होंने घोड़ाडोंगरी के प्रधानमंत्री आवास मिशन ब्लॉक कोआर्डीनेटर महेश शुक्ला की जमकर क्लास ली और नोटिस जारी करने के निर्देश दिए। जिले में अब प्रधानमंत्री आवास का प्रभार अतिरिक्त कार्यपालन अधिकारी  को दे दिया गया है।

अब अचानक ही डीसी को बीसी बनाने के कारण स्पष्ट नहीं हो रहा है अलग-अलग लोग अलग-अलग कारणों पर चर्चा कर रहे हैं? वहीं इस बात की चर्चा खूब है कि डीसी अब बीसी हो गए हैं और एसीईओ डीसी हो गए है।  पंचायती राज में जिला पंचायत सीईओ अपनी ऑन द स्पॉट फैसला लेने और टारगेट बेस तरीके से काम करने के लिए जाने जाते हैं, हालांकि उनके इन तौर तरीके से मैदानी अमले में तनाव और नाखुशी साफ तौर पर देखी जाती है।

- समय पर भोपाल रिपोर्ट न भेजने का बताया जा रहा कारण...
जिला कोआर्डीनेटर को ब्लॉक कोआर्डीनेटर बनाए जाने का कारण यह बताया जा रहा है कि भोपाल प्रधानमंत्री आवास की कोई रिपोर्ट भेजना था वह उन्होंने समय पर नहीं भेजी और इसके कारण सीईओ को असहज होना पड़ा।

- उम्मीद के मुताबिक आवास मिशन में प्रोग्रेस न आना भी कारण...
एक अन्य चर्चा के अनुसार प्रधानमंत्री आवास मिशन में जिस तरह की प्रोग्रेस जिला पंचायत सीईओ चाहते हैं उस तरह की प्रोग्रेस कमलेश पोटफोड़े नहीं दे पा रहे थे। वे इसके पहले स्वच्छता मिशन में थे वहां से उन्हें आवास मिशन में भेजा गया था।

- पीएस ने वीसी से किया था बाहर यह भी एक कारण बताया गया...
इधर एक चर्चा के अनुसार इस बैठक के पहले प्रमुख सचिव ने गुरूवार को जो वीडियो कान्फ्रेसिंग ली थी उसमें पूर्व में दिए गए निर्देश के अनुसार डीसी ने क्षेत्र में विजिट नहीं की थी और संतोषजनक जवाब भी नहीं दे पाए थे इसलिए उन्हें वीसी से भी बाहर किया गया था।

- पैसा भले ही न हो सीईओ साहब को काम में प्रोग्रेस चाहिए...
सुदूर सड़क की समीक्षा के दौरान यह सामने आया कि इसमें पैसे की समस्या है। कुछ इंजीनियर और एसडीओ ने यह बात रेखांकित की तो जिला पंचायत सीईओ ने साफ कहा कि काम कराओ पैसा आज नहीं तो कल आ ही जाएगा हर हाल में वर्किंग प्रोग्रेस चाहिए।
नवल-वर्मा-हेडलाईन-बैतूल  10 मार्च 2022