(बैतूल) उत्तरप्रदेश की जीत में बैतूल का भी योगदान हेमंत खण्डेलवाल ने संभाला था मोर्चा ,
 - पंजाब आप का वहीं यूपी, उत्तराखंड मणीपुर और गोवा में खिल गया कमल
बैतूल (हेडलाईन)/नवल-वर्मा ।
पांच राज्यों के चुनाव में आने वाली राजनीति की तस्वीर साफ कर दी है जो रिजल्ट आए हैं उसमें यह तो साफ हो गया कि देश की प्रमुख विपक्षी पार्टी कांग्रेस अब राजनीतिक रूप से अप्रासंगिक होते जा रही है। मतदाताओं का उससे भरोसा उठते जा रहा है। यही कारण है कि पंजाब जहां पर कांग्रेस के मुकाबले लोगों ने एक तरफा आम आदमी पार्टी पर मोहर लगा दी। वहीं चार राज्यों में भाजपा का कमल खिल गया। इन तमाम चुनाव का असर 2023 में होने वाले मध्यप्रदेश के विधानसभा चुनाव में भी देखने में आएगा।

- खण्डेलवाल के प्रभार 15 जिलों की 61 सीटों पर दिखा भाजपा का जोरदार प्रदर्शन...

बैतूल के पूर्व सांसद हेमंत खण्डेलवाल को भाजपा के केेन्द्रीय नेतृत्व में यूपी चुनाव में 15 जिलों का प्रभारी बनाया था। इन 15 जिलों में 61 सीट थी। इन सीटों पर भाजपा ने जबरदस्त प्रदर्शन करते हुए अधिकांश सीटें जीत ली हैं।
खण्डेलवाल पिछले दो महीने से यूपी में ही डेरा डाले हुए थे। 

- इस परिणाम का राजनैतिक मतलब... 
देश में भाजपा और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का कोई मुकाबला नहीं है। कोई भी विपक्षी पार्टी चुनावी रणनीति के मामले में भाजपा की चुनाव मशनीरी के सामने नहीं टिक पाती है।

- क्या साबित कर रहे हैं चुनावी परिणाम...
 देश में महंगाई, बेरोजगारी जैसे मुद्दे भी अब हिन्दुत्व के सामने टिक नहीं पा रहे हैं। किसान आंदोलन जैसा बड़ा मुद्दा भी यूपी के चुनाव में कोई कमाल नहीं दिखा पाया।

- चुनाव परिणाम का आगे क्या असर...
इस परिणाम ने 2024 के लोकसभा चुनाव की तस्वीर कुछ-कुछ साफ कर दी है। वहीं अब गुजरात, राजस्थान, छत्तीसगढ़, मध्यप्रदेश में होने वाले चुनाव पर सीधा असर होगा।
नवल-वर्मा-हेडलाईन-बैतूल  11 मार्च 2022