(बैतूल) प्रीमियम काटकर जमा न करने पर मुआवजा न मिलने पर बैंकर्स की लगाई क्लास,
- एसबीआई मैनेजर को जिला पंचायत सीईओ ने कहा कि बंद करा दूंगा बैंक
बैतूल(हेडलाईन)/नवल-वर्मा । डीएलसीसी की बैठक में बैंकर्स के तौर तरीकों को लेकर तेज तर्रार आईएएस अभिलाष मिश्रा का गुस्सा फूट पड़ा और उन्होंने एसबीआई मैनेजर को लताड़ लगाते हुए कहा कि क्या काम करते हो किसानों को उनका पैसा दो नहीं तो तुम्हारी बैंक बंद करा दूंगा। अभिलाष मिश्रा का यह रूख देखकर वहां मौजूद बैंकर्स सकपका गए।  दरअसल फसल बीमा में प्रीमियम काटने के बाद भी बीमा कंपनी में जमा करने की वजह से जिन किसानों को क्लेम नहीं मिला उनके मामले में जुलाई 2021 में कलेक्टर ने स्पष्ट रूप से आदेश दिए थे कि किसानों का बैंक भुगतान करें। इसके बावजूद बैंकर्स द्वारा भुगतान नहीं किया गया और कलेक्टर के आदेश की अवहेलना की गई। इस बात को लेकर जिला पंचायत सीईओ उखड़ गए। वहीं बैठक में उन्होंने उपसंचालक पशु चिकित्सा की भी जमकर क्लास लगाई और उन्होंने प्रशासनिक मैेनर्स का पाठ पढ़ा दिया। पहली बार बैंकर्स को महसूस हुआ कि डायरेक्टर आईएएस अधिकारी की वर्किंग होती कैसी है।

- 12 जुलाई को कलेक्टर के आदेश के बाद भी भुगतान नहीं...
पीएनबी बोडख़ी ब्रांच में जगदीश के मामले में 1 लाख 5 हजार 442 रूपये, क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक बैतूल में गौंडीगौला के सुभाष राठौर के 41 हजार 248, क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक चिचोली रूखलाल गोलमन रोझड़ा के 30 हजार 340, बैंक ऑफ महाराष्ट्र जीन में राजेन्द्र गायकवाड़ कुम्हली के 9 हजार 349 तथा यूनियन बैंक ऑफ इंडिया आमला निवासी रोहित के 2 लाख 47  हजार भुगतान के आदेश दिए थे जो अब तक नहीं किए गए।

- प्रीमियम काटा, जमा नहीं किया के है 2017-18 के 32 मामले...
बैठक में यह सामने आया है कि एक्सीस बैंक बैतूल के 4, बैंक ऑफ इंडिया बालाजीपुरम के 2, बैंक ऑफ महाराष्ट्र जीन के 2, एचडीएफसी बैतूल के 2, पीएनबी चिचोली का 1, क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक 6, सेन्ट्रल बैंक बैतूल के 8, स्टेट बैंक बैतूल के 3, स्टेट बैंक आमला के 1, स्टेट बैंक भैसदेही 3 और स्टेट बैंक चिचोली का भी एक ऐसा मामला है जिसमें किसान का खरीफ 2017 और 2018 में प्रीमियम काटा गया, लेकिन जमा नहीं किया।
बैंक की गलती से किसान वंचित हुआ तो बैंक चुकाएंगी मुआवजा
फसल बीमा में यदि बैंकर्स की किसी भी लापरवाही से यदि कोई किसान फसल बीमा, मुआवजे से वंचित होता है तो उसे बैंक की जिम्मेदारी होगी कि उसे मुआवजा दे। फसल बीमा पॉलिसी में यह बड़ा परिवर्तन हुआ है और इस परिवर्तन की वजह से ही जुलाई 2021 में कलेक्टर ने 5 बैंकों को किसानों का मुआवजा का पैसा चुकाने के निर्देश दिए थे और 32 मामलों में भी जिला पंचायत सीईओ ने बैंकर्स को लताड़ लगाई है।

- इस तरह अपना आईएएस वाला तेवर बैंकर्स को दिखाया...                           
1 - एसबीआई मैनेजर को किसानों का पैसा न देने पर कहा कि समझ क्या रहे हो किसानों का पैसा है देना पड़ेगा, गलती तुम्हारी है, नहीं दिया तो बैंक बंद करा दूंगा।
2 - उप संचालक पशु चिकित्सा को कहा कि समझ नहीं आता कि कलेक्टर की बैठक है तो आना ही है, जब बता दिया था तो क्यों नहीं आये क्या घर का राज है। ऐसा बिल्कुल नहीं चलेगा।  (बैठक में न आने पर बुलवाकर कहा)
3 - बैंक ऑफ इंडिया बैतूलबाजार के मैनेजर ने कहा कि बालाजीपुरम से आया हूं तो सीईओ ने कहा कि बालाजीपुरम तुम्हारी पहचान है या अपनी बैंक।
नवल-वर्मा-हेडलाईन-बैतूल 16 मार्च 2022

न्यूज़ सोर्स : मुआवजा - बैंक - सीईओ