(बैतूल) पुष्कर योजना की समीक्षा के दौरान टारगेट पूरा न होने पर भड़के सीईओ, 
- जिला पंचायत सीईओ ने चार उपयंत्रियों की सेवावृद्धि न करने के दिए है आदेश
बैतूल(हेडलाईन)/नवल-वर्मा । रविवार अवकाश के दिन जिला पंचायत सीईओ ने जल संवर्धन के कामों की समीक्षा बैठक रखी। दोपहर 3 बजे से लेकर शाम 7 बजे तक मैराथन समीक्षा चली। इस मैराथन समीक्षा के दौरान पुष्कर योजना में एक-एक काम को लेकर उपयंत्री से सवाल-जवाब किए गए। जिसमें कुछ उपयंत्रियों को डांट फटकार कर छोड़ दिया गया, लेकिन चार उपयंत्रियों को लेकर दो टूक शब्दों में जनपद सीईओ को आदेश दिए हैं कि अब इनकी संविदा अवधि की सेवावृद्धि ही न की जाए। आईएएस अभिलाष मिश्रा की समीक्षा बैठक में उनके तेवर हमेशा मैदानी अमले में चर्चा का विषय रहते हैं। टारगेट बेस पर वे रिजल्ट मांगते हैं और रिजल्ट को लेकर अमले की खिंचाई करने में कोई कंजूसी नहीं करते हैं। खैर जो भी हो लेकिन इतनी मशक्कत के बाद भी मनरेगा में लेबर बजट का टारगेट इस बार पूरा नहीं हो पाया है। 

- आठनेर के दो, पट्टन के एक और बैतूल के एक उपयंत्री का बांड न बढ़ाने के आदेश...
जो जानकारी सामने आ रही है उसके अनुसार जिला पंचायत सीईओ ने रविवार की समीक्षा बैठक में आठनेर के दो उपयंत्री , बैतूल के एक उपयंत्री और प्रभातपट्टन जनपद क्षेत्र के एक उपयंत्री की वर्किंग को लेकर खासी नाराजगी जाहिर की। उन्होंने पुष्कर योजना में संतोषजनक प्रगति न देने पर उक्त चारों उपयंत्रियों की संविदा अवधि को न बढ़ाने के निर्देश दिए।

- पुष्कर योजना के तहत 1216 जल संरचनाओं का किया जाना है जीर्णोद्वार...
बताया गया कि जो पुष्कर योजना चल रही है उसमें पुरानी जल संरचनाएं जैसे तालाब, चेक डेम, स्टॉप डेम आदि का जीर्णाेद्वार किया जाएगा। करीब 1216 जल संरचनाओं का चयन किया गया है और अब इन्हीं जल संरचनाओं को मनरेगा के तहत सुधारा जा रहा है। जिससे कि इनमें आने वाली बारिश में बेहतर तरीके से पानी जमा हो सके। फिलहाल इस पर फोकस ज्यादा है।

- 1020 काम के प्रशासकीय स्वीकृति, 1040 की टीएस और 950 प्रगतिरत हैं काम...
जो जानकारी सामने आ रही है इसके अनुसार जिले में मनरेगा के तहत 1020 कामों को प्रशासकीय स्वीकृति दी जा चुकी है। वहीं करीब 950 काम शुरू भी हो चुके हैं। इसमें करीब-करीब 22 करोड़ रूपये का बजट खर्च किया जा रहा है। वैसे कुल 1216 कामों के लिए लगभग 28 करोड़ का बजट खर्च होना बताया जा रहा है। वैसे अभी तक 1040 कामों की टीएस हुई है।

- 31 मई तक सभी चिन्हित संरचनाओं का होगा जीर्णोद्वार...
जो पुष्कर योजना का पूरा ड्राफ्ट है उस पर यदि भरोसा किया जाए तो जिले में लगभग 3 हजार हेक्टेयर में इससे सिंचाई होगी वहीं मछली पालन, सिंघाड़े की खेती आदि से भी लोगों को वैकल्पिक रोजगार मिलने की भी संभावना जताई जा रही है। जो एएस, टीएस हुई है उसके अनुसार पुष्कर योजना के जीर्णाेद्वार से करीब 48 करोड़ लीटर पानी इन 1216 जल संरचनाओं में संरक्षित होगा और इसे आगामी 31 मई तक पूरा करने का टारगेट रखा गया है।
नवल-वर्मा-हेडलाईन-बैतूल  05 अप्रैल 2022