(बैतूल) योजनाओं के पात्र गरीब हितग्राहियों से रोजगार सहायक करता रहा वसूली,

- उमरिया ग्राम पंचायत के रोजगार सहायक के खिलाफ लामबंद हुए ग्रामीण, किया प्रदर्शन...

आमला(हेडलाईन)। आमला ब्लाक की ग्राम पंचायत में वर्षो से जमे रोजगार सहायक किशन परमार के द्वारा शासकीय योजनाओं के पात्र गरीब हितग्राहियों से जमकर अवैध वसूली की गई है। शुक्रवार 29 अप्रेल को पंचायत के बच्चे, युवा और बुजुर्गों सहित महिलाओं ने सड़क पर रोजगार सहायक के खिलाफ़ विरोध प्रदर्शन कर उसके खिलाफ कार्यवाही की मांग की ।
ग्राम उमरिया से खेडलीबाजार सड़क पर प्रदर्शन कर रहे ग्रामीणों ने बताया कि ग्राम में लोगों को पेयजल के लिए परेशान होना पड़ रहा है। ग्राम में पेयजल संकट है वहीं पेयजल योजना के नाम पर पंचायत ने जमकर बंदरबाट किया है स्थिति ऐसी है कि ग्राम के वार्डो में लोगों को पेयजल के लिए इधर उधर भटकना पड़ रहा है ।

- बुजुर्ग, महिलाओं सहित पात्र हितग्राहियों ने लगाए अवैध वसूली के आरोप...
ग्राम पंचायत की बुजुर्ग महिलाओं ने बताया कि पंचायत में सचिव नही रहने से रोजगार सहायक द्वारा ही पंचायत के कार्यों का संचालन किया जाता है अगर कोई सचिव आए भी तो वह औपचारिक काम करते हैं सब कुछ रोजगार सहायक किशन ही देखता है छोटे-छोटे कार्यो के लिए ग्रामीणों को परेशान किया जाता है इसके अलावा वर्षों से रोजगार सहायक शौचालय की प्रोत्साहन राशि हितग्राही व पीएम आवास के हितग्राहियों से अवैध वसूली की जाती रही है और तो और ग्रामीणों को रोजगार सहायक यह कहता है की वह रोजगार सहायक संघ का अध्यक्ष है इसलिए उसका कोई कुछ नही बिगाड़ सकता।

- रोजगार सहायक पर पिछले वर्ष दर्ज हुआ आपराधिक प्रकरण...
किशन परमार रोजगार सहायक पर कोरोना काल में कोविड-19 की गाइडलाईन का पालन नहीं करने पर आई पी सी की धारा में प्रकरण दर्ज हुआ था। गौरतलब है कि पंचायत में कोविड 19 गाइड लाइन का उल्लंघन कर सैकड़ों की तादाद में भागवत कथा में लोगों को जमा किया गया था जिसकी सूचना मिलने पर सचिव को भी निलंबित किया गया था ।

- पूर्व में अनियमितता के भी लगे गंभीर आरोप ...
किशन परमार पर पूर्व में फर्जी मजदूरों के नाम पर हाजिरी निकालने शौचालयों के घटिया निर्माण , सामुदायिक भवन निर्माण में अनियमितता सहित सड़को के निर्माण ठेके पर करवाकर भ्रष्टाचार और कई तरह के आरोप लग चुके हैं लेकिन अभी तक कोई कठोर कार्यवाही नहीं होने से उसके हौसले बुलंद हैं।

- आर टी आई में नही दी पंचायत ने जानकारी...
उमरिया पंचायत में पिछले 7 वर्षों में भारी पैमाने पर भ्रष्टाचार हुआ है कुछ लोगो द्वारा विधिवत सूचना के अधिकार में जानकारी मांगने पर पंचायत ने उन्हें जानकारी नही उपलब्ध करवाई। आरटीआई आवेदक ने बताया सड़कों सहित शौचालयों व अन्य निर्माण में हुए फर्जीवाड़े की जानकारी मांगी गई थी, जिसके बाद जनपद कार्यालय में भी अपील की गई, लेकिन महीनों बीतने पर कोई जानकारी उपलब्ध नहीं करवाई गई ।
नवल-वर्मा-हेडलाईन-बैतूल  30 अप्रैल 2022