(बैतूल) आमला में सरकारी अस्पताल में डॉक्टर्स पर लगा आरोप कि दुर्घटनाग्रस्त युवक से इलाज के नाम पर पैसे वसूल किए और इलाज ऐसा किया वह अपंग बन गया..!
- भगवान या दुकानदार..?
बैतूल(हेडलाईन)/नवल-वर्मा । डॉक्टर्स को मीडिया अक्सर धरती के भगवान बताती है, लेकिन जब इस तथाकथित भगवान का असली चेहरा सामने आता है तो तब सवाल यह उठता है कि यह भगवान या दुकानदार है? इन डॉक्टरों पर जो आरोप लगते हैं यदि उन्हें देखा जाए तो ऐसा लगता है कि इन्होंने जो ओथ ली थी उसे उन्होंने इसे ताक पर रख दिया है और पैसा ही इनका सबकुछ या धर्म हो चुका है।  वर्तमान में करूणा अस्पताल की बदनामी तो चर्चा में है ही , लेकिन अभी ताजा मामला आमला के सरकारी अस्पताल का सामने आया है। यहां पर दुर्घटना के मामले में एक घायल युवक से दो डॉक्टर्स ने पैसा वसूल किया, लेकिन इलाज ऐसा कि यह व्यक्ति पहले की तरह सामान्य तरीके से चल नहीं सकता अपंग जैसी स्थिति में आ चुका है। युवक ने मामले को लेकर सीएम हेल्पलाईन 181 पर शिकायत की और उसके बाद कलेक्टर को भी बैतूल आकर 5 दिन पहले शिकायत कर चुका है, लेकिन डॉक्टरों के खिलाफ न तो कोई कार्रवाई हुई है और न ही किसी तरह की कोई जांच!

- आरोप 01 : अस्पताल में की गई केवल मरहम पट्टी, वसूल लिए 3 हजार रूपये...
आमला के सिमरियाखुर्द निवासी साहेबा पिता कमल यादव 24 वर्ष ने बताया कि वह गाड़ी से गिर पड़ा था जिसमें वह घायल हो गया था उसके पैर में चोट आई थी। चोट आने पर वह इलाज कराने आमला के सरकारी अस्पताल पहुंचा। जहां उसको सुनील नागले नामक डॉक्टर ने मरहम पट्टी की और इसके एवज में 3 हजार रूपये ले लिए। इसके अलावा उसने तमाम दवाईयां बाहर से खरीदी है। अस्पताल में केवल उसकी मरहम पट्टी की गई।

- आरोप 02 : लगाए गए 15 से 20 इंजेक्शन, कमर में आई गाठ चलने लगा लंगड़ाकर...
साहेबा यादव का आरोप है कि उसका 15 से 20 दिन इलाज हुआ। इस दौरान उसे 15 से 20 इंजेक्शन लगाए। इन इंजेक्शन की वजह से उसकी कमर में गाठ आ गई और वह अपंग की तरह लंगड़ाकर चलने लगा। उसकी कमर में हमेशा दर्द बना रहता है। उसने इस संबंध में डॉ. सुनील नागले को बताया तो उन्होंने उसे झिड़ककर कहा कि कहीं कोई दिक्कत नहीं है। तुम्हें अब इलाज की भी कोई जरूरत नहीं है।

- आरोप 03 : एक्सरे करवाया तो भी वसूल कर लिए गए उससे 500 रूपये...
युवक साहेबा यादव का आरोप है कि उसने तकलीफ बढ़ती देख आमला के सरकारी अस्पताल के डॉ. रोहित से संपर्क किया। डॉ. रोहित ने उसे एक्सरे करवाने के लिए कहा। इसके लिए उससे 23 अप्रैल को 500 रूपये लिए गए। जब उसने लिए गए 500 रूपये की रसीद मांगी तो उसे कोई रसीद नहीं दी गई। साथ ही उसे जो एक्सरा दिया गया वह कागज वाला था। डॉ. रोहित ने भी उसे यह नहीं बताया कि उसे हुआ क्या और क्या समस्या है।

- आरोप 04 : 181 पर शिकायत की तो उसे शिकायत वापस लेने धमकाने लगे...
साहेब यादव के अनुसार उसने पूरे मामले को लेकर मुख्यमंत्री हेल्प लाईन 181 पर शिकायत भी दर्ज कराई। शिकायत कराने के बाद उसकी समस्या का तो कोई समाधान नहीं हुआ, लेकिन उसे शिकायत वापस लेने के लिए उसे धमकियां मिलने लगी। इसके बाद वह 29 अप्रैल को बैतूल कलेक्टर के पास पहुंचा। अपनी व्यथा सुनाई तो कलेक्टर ने उसे जिला अस्पताल भेजा। वहां से उसे भोपाल हमीदिया रेफर किया गया है।
नवल-वर्मा-हेडलाईन-बैतूल  04 मई 2022