(बैतूल) खेड़ी के समीप करंजी नाले में अवैध बोर खनन और अवैध उत्खनन के मामले में पटवारी ने जो पंचनामा और प्रतिवेदन बनाया है वह कहां है और उसको लेकर जिम्मेदार एक दूसरे पर टाल रहे अपनी बला..?, 
"सास-बहू में लोढ़ा गायब..!"
बैतूल(हेडलाईन)/नवल-वर्मा । बंसल कंपनी एक बड़ी कंपनी है यदि वह कुछ भी अवैध करती है तो उसे बचाने के लिए सिस्टम तमाम तरह के हथकंडे अपनाता है। यदि कोई आम आदमी वही गलती करे या अवैध काम करें तो यही सिस्टम उस पर कार्रवाई करने में जरा सी देर नहीं लगाता? मामला करंजी नाले में अवैध बोर खनन और खेड़ी में हुए अवैध खनन का है? इस मामले में पटवारी से लेकर एसडीएम तक को तमाम जानकारी है और दावा किया जा रहा है कि इसमें प्रतिवेदन और पंचनामा बनाया गया है, लेकिन यह है कहां और इस पर क्या कार्रवाई हो रही है इसको लेकर कोई भी जिम्मेदार ठोस जवाब नहीं दे रहा है और उनके जवाब से सास बहू में लोढ़ा गायब वाली कहावत चरितार्थ होती नजर आती है।

- आरआई उमेश गीद का दावा...
खेड़ी क्षेत्र के आरआई उमेश गीद ने बताया कि पटवारी ने 19 अप्रैल को ही करंजी नाले के मामले में पंचनामा और प्रतिवेदन बनाकर नायब तहसीलदार को दिया है। वहीं 28 अप्रेल को अवैध खनन का प्रतिवेदन भी दे दिया है।

- नायब तहसीलदार का दावा...
नायब तहसीलदार डाली रैकवार का कहना है कि अवैध बोर खनन के मामले का प्रतिवेदन तहसीलदार के निर्देश पर एसडीएम को भेजा गया है। अवैध खनन के मामले में नोटिस जारी करने के लिए लिखा गया है और एसडीएम को भेजा है।

- एसडीएम रीता डहेरिया का दावा...
बैतूल एसडीएम रीता डहेरिया का कहना है कि उनके पास अवैध खनन के मामले में कोई प्रतिवेदन नहीं आया है और न ही उनके पास अवैध खनन को लेकर प्रतिवेदन आया है। यदि कोई प्रतिवेदन आया होगा तो देख लिया जाएगा।

- आखिर बंसल से क्या है मोह...
बैतूल के अधिकारियों का बंसल कंपनी से क्या मोह है यह समझ से परे होते जा रहा है। कंपनी सड़क निर्माण कार्य कर रही है और मुफ्त में नहीं कर रही है। इसके बावजूद उसके हर अवैध काम को लेकर चुप्पी साध ली जाती है।

- लाईजनर की हर दफ्तर में पकड़...
बंसल कंपनी ने जिस व्यक्ति को लाईजनिंग का काम बतौर कर्मचारी दिया हुआ है। वह बैतूल के खनिज विभाग, एसडीएम कार्यालय, कलेक्ट्रेट आदि में साहब और साहब के रीडर, स्टेनो और लिपिक तक से सीधी पकड़ रखता है।

- प्रशासन के रसूख पर ही सवाल...
बंसल कंपनी जिस ढंग से काम कर रही है और प्रशासन जिस तरह से उसके अवैध गतिविधियों की अनदेखी कर उसे बढ़ावा दे रहा है उसे प्रशासन के रसूख विशेषकर कलेक्टर की इमेज पर भी सीधा असर पड़ रहा है।
नवल-वर्मा-हेडलाईन-बैतूल  06 मई 2022