(बैतूल) बंसल के वाहन ने महाराष्ट्र की क्रेटा कार को मारी टक्कर, मौके पर मारपीट भी हुई फिर भी चिचोली टीआई ने सकारात्मक और सराहनीय पहल करते हुए एफआईआर कराने की जगह करवा दिया समझौता..?, - बंसल का हर गुनाह माफ..!
(बैतूल) बंसल के वाहन ने महाराष्ट्र की क्रेटा कार को मारी टक्कर, मौके पर मारपीट भी हुई फिर भी चिचोली टीआई ने सकारात्मक और सराहनीय पहल करते हुए एफआईआर कराने की जगह करवा दिया समझौता..?,
- बंसल का हर गुनाह माफ..!
बैतूल(ईएमएस)/नवल-वर्मा । बैतूल-इंदौर फोरलेन बना रही बंसल कंपनी का दबदबा किसी से छुपा हुआ नहीं है। राजस्व, खनिज और पुलिस विभाग में कंपनी की इतनी अच्छी और मजबूत पकड़ है कि कंपनी यदि की ओर से कोई गलती हो या अपराध हो तो उसे बचने का पूरा मौका दिया जाता है! अवैध उत्खनन के मामलों में यह स्पष्ट रूप से देखा गया? अब यह देखने में आ रहा है कि बंसल कंपनी के वाहन यदि घटना, दुघर्टना करते हेैं तो उसमें भी कोई राहत देने में कंजूसी नहीं की जा रही है? बंसल का जो लाईजनर है उसका हर तरफ अच्छा मेलजोल और भाईचारा है? इसलिए बंसल का जलवा हर तरफ दिखाई देता है? अभी ताजा मामला यह है कि बंसल के वाहन ने महाराष्ट्र की एक क्रेटा कार को टक्कार मारी। इसके बाद जब क्रेटा कार में सवार लोगों ने इसकी आपत्ति ली तो उनके साथ मारपीट की गई। सोमवार दोपहर का यह घटनाक्रम है वे जब इस मामले को लेकर जब चिचोली थाने पहुंचे तो पुलिस ने बंसल कंपनी वालों को पूरा मौका उपलब्ध कराया कि वे सामने वाली पार्टी को पूरा मैनेज करें! जो थाने में प्रत्यक्षदर्शी थे उन्होंने बताया कि पुलिस ने समझौता कराने में अपना सराहनीय और सकारात्मक योगदान दिया?
- टाहली कुम्हली के पास हुआ था यह हादसा, बंसल के कर्मचारियों द्वारा मारपीट का भी है आरोप...
जो जानकारी सामने आ रही है उसके अनुसार सोमवार दोपहर को क्रेटा कार चिचोली की ओर जा रही थी। तभी बंसल कंपनी के वाहन ने एक बोलेरो वाहन ने जोरदार टक्कर मारी। इस टक्कर का कारण वहां पर उड़ रही डस्ट बताई जा रही है। जिसके कारण वाहन ही नहीं दिखाई देते हैं। टक्कर के बाद जब क्रेटा कार के सवारों ने इस पर आपत्ति ली तो बंसल कंपनियों ने कर्मचारियों ने बदसलूकी कर धक्कामुक्की सहित मारपीट की? क्रेटा कार में एक महिला भी मौजूद थी उसके साथ भी अभद्रता की गई! इस घटना के बाद वे जब चिचोली थाने में रिपोर्ट करने पहुंचे चिचोली पुलिस ने बैठाकर रखा और बकायदा बंसल कंपनी को सूचना दी। पुलिस ने एफआईआर लिखने की जगह शाम तक उन्हें बैठाकर रखा और अप्रत्यक्ष रूप से इस बात के लिए उत्प्रेरित किया कि समझौता करने में फायदा है? अब पुलिस किसी को कैसे उत्पे्ररित करती है! यह किसी से छिपा हुआ नहीं है? अंततः आखिर में समझौता हो गया! उक्ताशय में टीआई अजय सोनी का कहना है कि उनका आपसी समझौता हुआ है। हमने तो इस बात का वीडियो बनाकर रखा है कि उन्होंने अपनी मर्जी से समझौता किया है। उनका कहना है कि जो कुछ हुआ थाने के बाहर हुआ उनका कोई लेना देना नहीं है, लेकिन चिचोली के लोगों को पता है कि बंसल का लाईजनर थाने में आता-जाता है या नहीं और टीआई साहब से जान पहचान है या नहीं और कितनी है?
- यह है पूरे मामले में सवाल ...
1 - क्रेटा कार के मालिक कब थाने पहुंचे और उनका समझौता कब हुआ इस दौरान पुलिस की क्या भूमिका रही?
2 - क्रेटा कार में सवार महिला के साथ मारपीट को लेकर महिला ने क्या बयान दिए और टीआई की थ्यौरी के अनुसार महिला ने बंसल के वाहन चालक के साथ क्या किया?
3 - टीआई जो कुछ बता रहे है उसमें वे बार-बार बंसल के वाहन और उसके कर्मचारियों को बचाते हुए क्यों प्रतीत हो रहे है और क्या बिना उनकी मर्जी के समझौता हो गया?
नवल-वर्मा-हेडलाईन-बैतूल 24 मई 2022