(बैतूल) पूर्व सांसद सुभाष आहूजा जेएच महाविद्यालय के भूतपूर्व छात्र संगठन के अध्यक्ष मनोनीत ,
- भूतपूर्व छात्र सम्मेलन में पूर्व अध्यक्ष, सांसद, स्पोर्ट्समैन, साहित्यकारों ने की शिरकत,
- डीम्ड यूनिवर्सिटी बनाने का लिया प्रस्ताव
बैतूल(हेडलाईन)/नवल-वर्मा। जेएच कॉलेज बैतूल में भूतपूर्व छात्र सम्मेलन का आयोजन मध्यप्रदेश शासन उच्च शिक्षा विभाग के आदेश के परिपालन में पूर्व सांसद सुभाष आहूजा के विशेष आतिथ्य में वरिष्ठ पत्रकार रामजी श्रीवास्तव, छिंदवाड़ा विश्वविद्यालय के सलाहकार सदस्य प्रवीण गुगनानी, मोहित गर्ग, जनभागीदारी सदस्य अतीत पवांर के आतिथ्य में और एसके शुक्ला, महेश कुमार मेहता, हेमंत कुमार वर्मा, विजेता चौबे, परमजीत बग्गा की उपस्थिति में संपन्न हुआ। 
भूतपूर्व छात्र सम्मेलन का शुभारंभ मां सरस्वती का पूजन एवं कोकिला वर्मा एवं सिद्धार्थ के द्वारा वंदना के साथ किया। 
सम्मेलन में सर्वप्रथम सर्वसम्मति से सुभाष अहूजा को भूतपूर्व छात्र संगठन का अध्यक्ष मनोनीत किया गया। जिसका प्रस्ताव रामजी श्रीवास्तव ने रखा और नवल किशोर वर्मा ने प्रस्ताव का समर्थन किया। कार्यक्रम का संचालन डॉ. निहारिका भावसार तथा आभार डॉ.मीना डोनीवाल ने व्यक्त किया और कार्यक्रम का संयोजन डॉ.अलका पांडे द्वारा किया गया।
 कार्यक्रम में प्राचार्य डॉ.राकेश तिवारी ने भूतपूर्व छात्र सम्मेलन की रूपरेखा रखते हुए सभी अतिथियों का स्वागत किया।  रामजी श्रीवास्तव ने कहा मैं जेएच कॉलेज का विद्यार्थी होने का गौरव महसूस करता हूं मेरे विकास का आधार जेएच कॉलेज बैतूल है। मोहित गर्ग ने कहा मैनें मेरे गुरुओं के कारण सामाजिक क्षेत्र में ख्याति प्राप्त की है। पूर्व सांसद सुभाष आहूजा ने कहा मेरे सांसद बनने का श्रेय जेएच कॉलेज को जाता है। प्रवीण गुगनानी ने जेएच कॉलेज बैतूल को डीम्ड यूनिवर्सिटी बनाने का प्रस्ताव रखा जिसे सभी ने सहमति देकर पारित किया।
 कार्यक्रम में घनश्याम मदान, मुकेश वर्मा, अरुण कुमार चौधरी, वैभव कुमार मालवीय, नेताराम रावत, शशिकांत, दिलीप पगारिया, शिवचरण गढ़ेकर, विभास पांडे, धीरज हिराणी, नवल किशोर वर्मा, प्रितेश इंगले, नितेश कालभोर, डॉ.सुदामा कोकाटे, संतोष महोबिया, रंजीत धुर्वे आदि प्रमुख रूप से उपस्थित रहे। 
कार्यक्रम को सफल बनाने में डा.सुखदेव डोंगरे, डॉ.सलिल कुमार दुबे, प्रो.अशोक दभाड़े, डॉ.नीलम पीटर, प्रो.अर्चना सोनारे, डॉ.सुभाष खातरकर, डॉ.मीनाक्षी चौबे, क्रीड़ा अधिकारी विराज वर्धन पांडे, प्रो.हेमंत देशपांडे, प्रो.बीडी खातरकर,प्रो.मुकुल चंदेल, डॉ.कमलेश अहिरवार, प्रो.शीतल खरे, डॉ.गोपाल प्रसाद साहू, प्रो.राजेश शेषकर, डॉ.अर्चना मेहता, प्रो.मनोज घोरसे,प्रो.जीआर राने, प्रो.दीपिका साहू, प्रो.महेन्द्र नावंगे का सक्रिय योगदान रहा। कार्यक्रम में ऑनलाइन और ऑफलाईन मिलाकर कुल 180 भूतपूर्व छात्रों ने पंजीयन किया।
नवल-वर्मा-हेडलाईन-बैतूल 29 मई 2022