(बैतूल) 10 सवाल पर जल संसाधन विभाग ने दिया लिखित में जवाब
ईई जलसंसाधन ए के डहेरिया का दावा,
- गजट नोटिफिकेशन 29 अक्टूबर 2021 के अनुसार जल संसाधन विभाग को सरफेस एवं उपयोग की अनुमति का अधिकार मिला,
- आरटीआई एक्टिविस्ट अजय दुबे का जवाब
- अक्टूबर 2021 के पहले से बंसल का निर्माण कार्य चल रहा है तो इतिहास में पहली बार सड़क का अर्थवर्क बिना पानी के किया
बैतूल(हेडलाईन)/नवल-वर्मा । ईएमएस , राष्ट्रीय दिव्य दुनिया, हेडलाईन 24x7.काम ने शनिवार की अपनी खबर में बंसल और उसको पानी आवंटन को लेकर 10 सवाल खड़े किए थे? जिनका जवाब प्रदेश के मशहूर आरटीआई एक्टिविस्ट अजय दुबे ने दिया है। जल संसाधन विभाग के दावों का मजाक उड़ाते हुए उन्होंने कहा कि अक्टूबर 2021 के पहले से कंपनी सड़क निर्माण में अर्थवर्क और कांक्रीट वर्क कर रही है तो क्या बिना पानी के काम हो रहा है। यदि ऐसा हो रहा है तो इतिहास में यह पहली बार अजूबी घटना हो रही है। उनका कहना है कि पहले तो चोरी का प्रकरण दर्ज होना था। फिर पैनाल्टी सहित पैसा वसूल किया जाना था। अधिकारी बंसल कंपनी को बचाने के लिए नए-नए इंटरपिटिशन कर एक और अपराध कर रहे हैं? अब लगता है कि मामला हाईकोर्ट में ले ही जाना चाहिए।

- ई ई जलसंसाधन ए के डहेरिया का दावा...
1 - बंसल पाथवे द्वारा 31 मई 2021 को 0.28 मि. घनमीटर पानी की डिमांड का पत्र एनएचआई को लिखा। 
2 - एनएचआई ने 1 जून को जलसंसाधन विभाग को पत्र लिखा। 
3 - जनहित में जल उपयोग की अनुमति के लिए जिला जल उपयोगिता समिति की बैठक जरूरी नहीं।
4 - बैठक नहीं होने से मिनिटस उपलब्ध नहीं। 
5 - निर्माणाधीन मार्ग के लिए मोरण नदी और कंरजी नाला पर सीपेज वाटर अधिग्रहित भूमि के उपलब्ध कुंए और ट्यूबवेल से निर्माण कार्य के समय उपलब्ध नदी नालों से पानी लिया जा रहा है। 
6 - 29 अक्टूबर 2021 को गजट नोटिफिकेशन के आधार पर जल संसाधन विभाग को अधिकार है।
7 - अर्थवर्क और कांक्रीट में लगने वाले जल की मात्रा मिट्टी के कार्य और कांक्रीट मिक्स की डिजाईन में उपलब्ध है उससे गणनाा की।


- आरटीआई एक्टिविस्ट अजय दुबे का जवाब...
1 - कंपनी 29 अक्टूबर 2021 के पहले जो पानी ले रही थी उसकी अनुमति का अधिकार जलसंसाधन विभाग को नहीं था तो वह खुली चोरी है।
2 - जिस हिसाब से आवेदन पर आनन-फानन में अनुमति हुई है उससे साफ दिखता है कि कंपनी के हित को ध्यान में रखा जा रहा है। नियमों को बायपास कर रहे हैं। 
3 - बंसल कंपनी सड़क मुफ्त में नहीं बना रही है पूरा पैसा ले रही है। तो फिर से जनहित के आधार पर कैसे अतिरिक्त सुविधा दी जा रही है। यह तो खुली मनमानी है।
4 - जो कंरजी नाले का पानी लिया गया वह तो चोरी है यह बात नगरपालिका बैतूल भी मान चुकी है। पेयजल का पानी चोरी है, इसमें भी सीधे एफआईआर बनती है। 
5 - दो नवम्बर 2021 के प्रमुख अभियंता जलसंसाधन एमएस डाबर के आदेश में कहीं भी नहीं लिखा है कि निर्माण कार्य के लिए भी भू-जल लिया जा सकता है। हाईकोर्ट ने स्पष्ट कहा कि सड़क निर्माण में भू-जल नहीं दे सकते।
नवल-वर्मा-हेडलाईन-बैतूल  06 जून 2022