(बैतूल) लोग समझ नहीं पा रहे कि एसडीएम बैतूल शासन की कर्मचारी है या बंसल कंपनी की..?, - पूछता है बैतूल... साहब जी..!
(बैतूल) लोग समझ नहीं पा रहे कि एसडीएम बैतूल शासन की कर्मचारी है या बंसल कंपनी की..?
- पूछता है बैतूल... साहब जी..!
बैतूल (हेडलाईन)/ नवल-वर्मा । बैतूल अनुविभाग में पदस्थ एसडीएम की कार्यशैली को लेकर लोगों के मन में कई तरह की शंकाएं और कुशंकाए हैं जो गाहे बगाहे सार्वजनिक चर्चाओं के दौरान सामने आती है। ऐसा नहीं है कि एसडीएम की वर्किंग को लेकर कलेक्टर बैतूल को समझ नहीं आता होगा, लेकिन पता नहीं क्यों वे एसडीएम बैतूल से अपने ही आदेशों का पालन नहीं करवा पा रहे हैं! विशेषकर फोरलेन बना रही बंसल कंपनी के मामले में यह देखने में आया है कि एसडीएम उक्त कंपनी के खिलाफ शिकायत को लेकर जरा भी कार्रवाई के मूड में नजर नहीं आती है? हालत यह है कि उनके पास जांच प्रतिवेदन पेडिंग पड़े है, लेकिन उनमें प्रकरण नहीं बना रही। इन उदाहरण को देखने के बाद ही अब लोग यह सवाल पूछने लगे हैं कि बैतूल एसडीएम शासन की ही कर्मचारी है या बंसल कंपनी की?
वहीं लोगों के मन में जो सवाल है उसको लेकर एसडीएम का पक्ष नहीं जाना गय क्योंकि यही रटारटाया जवाब मिलता कि देखती हूं और दिखवाती हूं....कुछ ऐसा चल रहा है बैतूल का प्रशासनिक सिस्टम।
- सवाल की वजह : - 01
अवैध बोर खनन की जांच रिपोर्ट में आपत्ति लगाकर लौटा दिया...
करंजी नाले में बंसल कंपनी द्वारा किए गए अवैध बोर खनन में नायब तहसीलदार की जांच रिपोर्ट 5 मई को एसडीएम को भेजी जाती है। 11 मई को एसडीएम यह आपत्ति लगाकर रिपोर्ट भेज देती है कि इसमें एसडीओ पीएचई की बोर की गहराई वाली रिपोर्ट ही नहीं है। अब सवाल यह है कि बैतूल अनुविभाग के ही चिचोली में तहसीलदार ने अवैध बोर खनन में 188 में एफआईआर कराई, लेकिन उसमें पीएचई की रिपोर्ट मांगी ही नहीं गई। चूंकि यह बंसल कंपनी का मामला है इसलिए एसडीएम ने आपत्ति लगाकर फाईल वापस भेज दी।
- सवाल की वजह : 02...
कलेक्टर के आदेश पर हुई जांच रिपोर्ट भी दबाकर बैठी...
बंसल कंपनी ने खेड़ी और उसके आसपास जमकर अवैध उत्खनन किया है। जिसमें कुछ मामलों में जांच रिपोर्ट है, लेकिन एसडीएम उसमें प्रकरण दर्ज नहीं कर रही है। सबसे बड़ी बात यह है कि 12 दिसम्बर 2021 को कलेक्टर ने तहसीलदार बैतूल को खेड़ी में कनारा के पास हो रहे अवैध उत्खनन में जांच करने के लिए कहा था। तहसीलदार ने नायब तहसीलदार और आरआई पटवारी से जांच करवाई, अवैध उत्खनन पाया गया। जांच रिपोर्ट एसडीएम को दी गई। यह रिपोर्ट मगरकार बाबू की आलमारी में धूल खाते हुए पड़ी है, एसडीएम कार्रवाई नहीं कर रही।
- सवाल की वजह : 03...
निर्माण पर बैन के दौरान चलता रहा काम एसडीएम ने नहीं रोका...
पानी चोरी को लेकर जब कलेक्टर के आदेश पर बंसल कंपनी के निर्माण पर एसडीएम ने रोक का आदेश जारी किया। उसके बाद लगातार बंसल कंपनी अलग-अलग जगह पर निर्माण जारी रखे हुए थी। उन्हें इस बात की सूचना वीडियो सहित मिली, लेकिन उसके बाद उन्होंने कुछ नहीं किया। उन्हें यह जानकारी पीआरओ के माध्यम से भी गई, लेकिन एसडीएम ने कुछ नहीं किया। लगभग दो दिन तक निर्माण कार्य पर बैन रहा। इस दौरान बंसल कंपनी का काम अधिकांश जगह पर जारी रहा। एसडीएम को पूरी सूचना थी।
नवल-वर्मा-हेडलाईन-बैतूल 08 जून 2022