(बैतूल) आपत्ति और शिकायतों की जांच कर तत्काल नहीं किया जा रहा निराकरण,

- पंचायत चुनाव में अनिवार्य नोड्यूज में भी फर्जीवाड़ा..!

बैतूल(हेडलाईन)/नवल-वर्मा ।पंचायत चुनाव में पंच से लेकर जिला पंचायत सदस्य तक के लिए कई तरह के नोड्यूज अनिवार्य कर दिए गए हैं। इन नो-ड्यूज को लेकर भी कई तरह के फर्जीवाड़े होने की शिकायतें सामने आ रही है। इनका त्वरित कोई निराकरण हो नहीं रहा है। ऐसी स्थिति में यह शिकायतें आगे चलकर वाद विवाद का कारण बनेगी। बिजली , पानी के बिल से लेकर शौचालय निर्माण तक को लेकर आवेदन फार्म के साथ प्रमाण पत्र मांगा जा रहा है। शाहपुर और भैंसदेही जनपद की पंचायतों में इस तरह के मामले सामने आए है। जिसमें नोड्यूज फर्जी होने की शिकायत पर आपत्ति ली गई है। विशेष यह है कि उनकी आपत्तियों पर तत्काल निराकण भी नहीं किया जा रहा है। जबकि आमला जनपद में एक मामला सामने आया है कि जनपद पंचायत के एक सदस्य के नामांकन में शौचालय न होने के आधार पर नामांकन रद्द हो गया। 

- शाहपुर जनपद की शीतलझिरी पंचायत में शौचालय होने का प्रमाण पत्र फर्जी होने का आरोप...         

 
शाहपुर जनपद अंतर्गत ग्राम पंचायत शीतलझिरी में ग्राम ठप्पा के वार्ड क्रमांक 17 से चुनाव लड़ रहे संजू यादव के नामांकन पर करीब 25 से 30 लोगों ने लिखित आपत्ति ली है। तहसीलदार को की गई शिकायत में बताया गया कि संजू यादव ने जो नामांकन दाखिल किया उसमें शौचालय निर्माण होना बताया और जो प्रमाण पत्र लगाया वह फर्जी है। उनका कहना है कि उनकी शिकायत पर तत्काल जांच की जाए और पंचनामा बनाकर तत्काल संजू यादव का पंच का नामांकन निरस्त किया जाए। ग्रामीणों का कहना है कि मतदान के पहले यह प्रक्रिया पूरी कर ली जाए जिससे कि वाद-विवाद की स्थिति न बने और उन्हें न्यायालय की शरण में जाने की जरूरत न पड़े।

- भैंसदेही जनपद के कोथलकुंड पंचायत में बिजली बिल का नोड्यूज फर्जी होने की हुई शिकायत...           


भैंसदही जनपद की ग्राम पंचायत कोथलकुंड के निवासी अलकेश राठौर पिता शिवदयाल राठौर ने तहसीलदार को एक शिकायत कर बताया है कि वह और अनावेदक ग्राम कोथलकुंड के निवासी होकर पंच पद के उम्मीदवार है। जिसमें अनावेदक पुरूषोत्तम तिवारी ने वार्ड क्रमांक 3 के लिए जो आवेदन पत्र प्रस्तुत किया है उसमें बिजली का जो अदेय प्रमाण पत्र प्रस्तुत किया गया है वह फर्जी है। क्योंकि विद्युत मंडल सांवलमेढ़ की जानकारी के अनुसार पुरूषोत्तम तिवारी को अदेय प्रमाण पत्र नहीं दिया गया। उनका कहना है कि उनकी आपत्ति पर उन्हीं से प्रमाण मांगे जा रहे है,जबकि जांच की जाना चाहिए। वहीं विद्युत वितरण कंपनी कह रही है कि यदि जानकारी चाहिए तो आरटीआई लगाए 30 दिन में जानकारी दे देंगे।
नवल-वर्मा-हेडलाईन-बैतूल 09 जून 2022