(बैतूल) वीडियो बनाकर किसानों ने कलेक्टर और एसडीएम को भेजे पर कोई रिस्पांस नहीं, - बिना सीमांकन खेतों में घुसी बंसल किसानों ने रोका फोरलेन निर्माण
(बैतूल) वीडियो बनाकर किसानों ने कलेक्टर और एसडीएम को भेजे पर कोई रिस्पांस नहीं,
- बिना सीमांकन खेतों में घुसी बंसल किसानों ने रोका फोरलेन निर्माण
बैतूल(हेडलाईन)/नवल-वर्मा ।नसीराबाद चिचोली में आक्रोशित किसानों ने शनिवार को निर्माणाधीन फोरलेन का काम रोक दिया। काम रोकने के बावजूद प्रशासनिक स्तर पर इन किसानों की जायज मांगों को लेकर प्रशासन के आला अधिकारियों ने कोई खास रूचि नहीं दिखाई। गनीमत यह रही कि चिचोली तहसीलदार और थाना प्रभारी ने मिलकर इन किसानों को समझाने का प्रयास किया और आश्वास्त किया कि उनकी जमीनों का सीमांकन कर दिया जाएगा। दरअसल मसला यह है कि भू-अर्जन के लिए जो पीले पत्थर गाड़े गए थे उसके अतिरिक्त भी बंसल कंपनी किसानों के खेत में घुस गई है। किसानों का आरोप है कि जिस जमीन पर बंसल कंपनी ने घुसकर कब्जा जैसा कर रखा है। दरअसल उसका न तो सीमांकन हुआ है और न ही मुआवजा मिला है। वहीं किसानों का कहना है कि बंसल कंपनी जिस तरह से दादागिरी कर रही है उसकी एक ही वजह है किसानों का यह लगता है कि इन्हें प्रशासन द्वारा खुलासा संरक्षण दिया जा रहा है।
- कंपनी द्वारा किसानों के खेतों में जबरन डाला जा रहा है मटेरियल...
नसीराबाद के किसानों ने बताया कि बायपास निर्माण में जो भूमि अधिग्रहित की थी उसके अतिरिक्त भी जो किसानों की भूमि है जिसका कोई भू-अर्जन नहीं हुआ और न ही जिसका मुआवजा मिला है। उस जमीन में भी 70 से 80 मीटर तक बंसल कंपनी ने जबरन कब्जा कर लिया है और वहां पर गिट्टी, मुरूम आदि मटेरियल डम्प कर दिया है।
- किसानों की सुविधा के लिए बंसल बनाकर नहीं दे रही आरओ डब्ल्यू...
किसानों ने बताया कि सोनपुर और नसीराबाद के कुछ खसरों में किसानों ने आपत्ति दर्ज कराई थी कि यह भूमि दो विभागों में विभाजित हो रही है जिसमें एक तरफ नदी होने के कारण आने जाने का साधन नहीं है इसलिए आने जाने के लिए आरओ डब्ल्यू जो किसानों को अधिकार है व हब बनाया जाएगा, लेकिन कंपनी बना नहीं रही है।
- बंसल कंपनी ने जो फसल बर्बाद की उसका भी पूरा मुआवजा नहीं दे रहे...
किसानों ने बताया कि जो पीले पोल तोड़ दिए गए जो कि गलत है। उक्त जमीन पर उगी फसल जेसीबी से बर्बाद कर दिया गया। जिसका कोई पंचनामा नहीं बनाया गया। एसडीएम ने पूर्व में मौखिक आश्वासन दिया था कि बंसल कंपनीे से 50-50 हजार रूपये दिलवाए जाएंगे जो अब बंसल कंपनी मुकर गई है और एसडीएम भी जवाब नहीं दे रही।
- इनका कहना...
- पूरा प्रशासन बंसल कंपनी से मिला हुआ नहीं है बल्कि ऐसा लगता है कि उनका मुलाजिम है। किसानों की आम लोगों की कोई बात नहीं सुनी जा रही है। मजबूरी में हमें काम रोकना पड़ा।
गंगाधर लोखंडे, निवासी नसीराबाद।
- हमने कलेक्टर और एसडीएम को वीडियो बनाकर भेजे, लेकिन इसके बाद भी कोई रिस्पांस नहीं आया। भला हो टीआई का जिसने हमें बुलाया और तहसीलदार से बात कराई।
प्रशांत शुक्ला, निवासी, नसीराबाद ।
नवल-वर्मा-हेडलाईन-बैतूल 12 जून 2022