(बैतूल) आबू और अतुल का नाम तक टिकिट के मंथन में उनके आका ने नहीं लिया
बैतूल(हेडलाईन)/नवल-वर्मा । आबिद खान उर्फ आबू और अतुल शर्मा प्रतिभाशाली और निष्ठावान कार्यकर्ता है, लेकिन इसके बावजूद उनके नाम को लेकर कांग्रेस के टिकिट वितरण मंथन में चर्चा तक नहीं हुई। बताया जा रहा है कि दोनों इस बात से बेहद आहत है और दोनों को बहलाने, फुसलाने की अथक कोशिशें शुरू हो गई है। जबकि सच्चाई यह है कि पिछले साढ़े तीन वर्ष से वे राजनीति में जिस गुट के साथ पूरी निष्ठा के साथ जुड़े हुए थे उसी गुट के आका ने आखरी मौके पर उन्हें ठेंगा दिखा दिया। जिसके चलते अब दोनों की स्थिति यह है कि वे घर के रहे न घाट के। जबकि दोनों ने उक्त आका के राजनैतिक विरोधियों को लेकर सोशल मीडिया पर कैंपेन तक चलाया है। इसके बावजूद उन्हें पूरा भरोसा दिलाने के बाद भी टिकिट दिलाना तो दूर उनके नाम पर चर्चा करना तक जरूरी नहीं समझा गया। जबकि उक्त आका ही तमाम टिकिट फाईनल करवा रहे हैं। आबू को समझाने के लिए यह बताया जा रहा है जिसे टिकिट मिल रहे हैं उसका नाम किसी ओैर ने लिखकर दिया था जिसका नाम लिया जा रहा है वह तो बैठक में ही मौजूद नहीं था। एक रणनीति के तहत इनके साथ खेल हो गया। 

- एक टिकिट मांगकर शर्मा ने लल्ली वर्मा को किया चारो खाने किया चित...
इधर कृष्णपुरा वार्ड से वरिष्ठ कांग्रेस नेता लल्ली वर्मा को उम्मीद थी कि टिकिट मिल जाएगी, लेकिन आखरी मौके पर जिला कांग्रेस अध्यक्ष ने अपने कोटे से एकमात्र टिकिट के रूप में किशोर जैन की टिकिट मांगकर लल्ली वर्मा का खेल खत्म कर दिया। इस खेल में मौके पर मौजूद समीर खान भी मौन ही रहे। उनके खाते में चार अल्पसंख्यक वार्डो में से केवल तिलक वार्ड की टिकिट देकर उन्हें संतुष्ट कर दिया गया। जबकि आजाद वार्ड से जिसे टिकिट दी गई वह शुद्ध कांग्रेस का प्रत्याशी है किसी गुट विशेष नहीं है और उसे सबका समर्थन है।
नवल-वर्मा-हेडलाईन-बैतूल  19 जून 2022