(बैतूल) सिस्टम की रफ्तार बता रही है कि मामला ठंडे बस्ते में डालने की तैयारी , - लगता है गोधना के गुनाह में भी बंसल को बचा ही लिया जाएगा
(बैतूल) सिस्टम की रफ्तार बता रही है कि मामला ठंडे बस्ते में डालने की तैयारी ,
- लगता है गोधना के गुनाह में भी बंसल को बचा ही लिया जाएगा
बैतूल(हेडलाईन)/नवल-वर्मा । बंसल कंपनी द्वारा गोधना जलाशय में किया गया अवैध खनन मामूली अपराध नहीं है, लेकिन प्रशासन अब फिर सुस्त रफ्तार में आ गया है और ऐसा लग रहा है कि प्रशासन का प्रयास है कि मामला जैसे-तैसे ठंडे बस्ते में चला गया। अब इसे बंसल कंपनी का मैनेजमेंट कह लें या फिर सिस्टम की लोलुपता जो भी हो पर लोगों को यकीन होते जा रहा है कि गोधना के गुनाह से बंसल को आखिर बचा ही लिया जाएगा। वजह चाहे जो भी लेकिन अभी तक थाने में एफआईआर के लिए आवेदन नहीं पहुंचा है। वहीं खनिज विभाग ने अभी तक बंसल के अवैध उत्खनन का वेल्यूवेशन ही नहीं किया है। यह सब बता रहा है कि बंसल कंपनी के हितों को लेकर नियम कायदे को किस कदर दरकिनार किया जा रहा है। इससे प्रशासन के रसूख का खुला मखौल भी उड़ रहा है।
- बंसल कंपनी का इन गुनाह में भी नहीं हुई कोई कार्रवाई...
1 - बंसल कंपनी ने बैतूल से चिचोली के मध्य जमकर उत्खनन किया है। एक दर्जन जांच प्रतिवेदन एसडीएम के यहां पेडिंग है।
2 - बंसल कंपनी ने प्रतिबंध काल में करंजी नाले में बोर का अवैध खनन किया, लेकिन कार्रवाई नहीं हुई।
3 - बंसल कंपनी ने शहर के पेयजल सप्लाई से पानी चुराया और बिना अनुमति के भू-जल का दोहन किया फिर भी कार्रवाई नहीं।
- तमाम अवैध तरीके अपनाने के बाद भी बना रहे घटिया फोरलेन ...
बैतूल-इंदौर फोरलेन का निर्माण कर रही बंसल कंपनी की करतूतों का भी भंडाफोड़ होने लगा है । कंपनी ने फोरलेन बनाने के लिए घटिया मटेरियल का उपयोग किया है जिससे फोरलेन सड़क पर अभी से दरारें आने लग गई हैं। लेकिन अधिकारी कोई कार्यवाही नहीं कर रहे। बैतूल-इंदौर निर्माणाधीन फोरलेन की दिन प्रतिदिन कमजोरियां बरसात के लगते ही उजागर होने लगी है। खेडी और देवगांव के मध्य वाटर पार्क के पास डामरीकरण में भी अभी से दरारे पडऩा आरम्भ हो गया है। मार्ग की पटरियों पर काली मिट्टी की फिसलन के साथ ही वाहन फसने से पटरियां कीचड़ से सन रही है। यहाँ वाहन चालकों को तो इस मार्ग पर सावधानी से चलना पड़ता है क्योंकि फिसलन से उन्हें ही सबसे ज्यादा खतरा है। फोरलेन का निर्माण कर रही बंसल कंपनी को यह डब्लबीम मटेरियल पटरियों पर सोच समझकर उपयोग में लेना था अगर हार्ड मुरम भरी होती तो यह फिसलन जैसी आफत वाहन चालकों को नही करनी पड़ती पटरियां बह रही है।
नवल-वर्मा-हेडलाईन-बैतूल 20 जून 2022