(बैतूल) जिन क्षेत्रों में मतदान है वहां पर शराबी जरा भी टेंशन में नहीं, क्योंकि आराम से मिल रही है, पुलिस और प्रशासन का मान रहे आभार..!
- पीसाजोड़ी, बोरदेही, आठनेर, सारनी, शाहपुर, बैतूलबाजार, मासोद आदि क्षेत्र के ठेकेदारों के लिफाफा सिस्टम का दिख रहा है व्यापक असर
बैतूल(हेडलाईन)/नवल-वर्मा । प्रथम चरण में जिन क्षेत्रों में मतदान होना है वहां पर शराब की उपलब्धता में कोई दिक्कत नहीं है। वजह यह है कि शराब ठेकेदारों ने अपना जो सिस्टम बना रखा है उसकी वजह से गांव-गांव और गली-गली में आराम से शराब उपलब्ध हो रही है। सबसे बड़ी बात तो यह है कि चुनावी सिस्टम के हिसाब से भी जो मुफ्त की शराब बंटती है उसमें भी कहीं कोई दिक्कत आने की सूचना नहीं मिल रही है। जानकारों का कहना है कि चुनाव की घोषणा और नामांकन प्रक्रिया के बाद ही से ठेकेदारों ने जगह-जगह अपनी शराब डम्प करवाकर रखवा ली थी और यह शराब अब चुनाव में खपाई जा रही है। शराब के कारोबार और ठेकेदारों के सिस्टम को जानने वाले एक पूर्व ठेकेदार ने बताया कि जो लिकर कारोबार में लिफाफा सिस्टम चलता है उसकी वजह से ठेकेदार को कहीं कोई दिक्कत नहीं आने  दी जाती है।

- बुधवार से ही दुकानों को कर दिया था खाली...
जिन क्षेत्र में आज मतदान होना है वहां पर शराब ठेकेदारों की दुकान पर बुधवार के बाद से ही शराब का टोटा हो गया था, क्योंकि उन्होंने ज्यादातर शराब चुनाव के हिसाब से शिफ्ट करवा दी थी। 
सतीश साहू, वरिष्ठ पत्रकार।

- सेहरा गांव में तो आराम से मिल रही थी...  
मेरे एक मित्र ने मुझे बुधवार शाम को बताया था कि गुरूवार शाम से दुकानें बंद होना है, इसलिए माल हटवा दिया गया है। उसे उस दिन उसके ब्राण्ड की शराब नहीं मिल पाई, लेकिन सेहरा गांव में आराम से शराब मिल रही थी।
अमित कसेरा, फिल्म कलाकार

- लिकर माफिया के साहब को किसके बंगले के पास बुधवार शाम को 5.47 मिनट पर देखा गया...पूछता है बैतूल..?
लिकर माफिया में साहब के नाम से चर्चित ठेकेदार जिन्हें  एक क्षेत्र विशेष का किंग कहा जाता है उन्हें एक अधिकारी के बंगले के पास बुधवार को सफेद रंग की लग्जरी गाड़ी में शाम 5.47 मिनट पर बडी़ बेसब्री से इन्तजार करते देखा गया। उनका इस तरह वहाँ खड़ा रहना लिकर माफिया की बंगले तक की पकड़ को जाहिर करता है।
नवल-वर्मा-हेडलाईन-बैतूल  25 जून 2022