(बैतूल) चूडिय़ा में जेसीबी और पोकलेन से फोरलेन निर्माण कंपनी बेखौफ होकर करवा रही अवैध खनन,


- बंसल हजम कर गया गोडफ़ोड़ टेकड़ी


बैतूल(हेडलाईन)/नवल-वर्मा । फोरलेन निर्माण कर रही बंसल कंपनी द्वारा नई नई जगह बेखौफ होकर अवैध उत्खनन किया जा रहा है। ताजा मामला यह है कि चिचोली चूडिय़ा रोड पर गोडफ़ोड़ टेकड़ी को पोकलेन और जेसीबी की मदद से छलनी किया जा रहा है। जानकारी यह भी सामने आ रही है कि मामले की जानकारी कलेक्टर को मिलने के बाद चिचोली तहसीलदार ने शुक्रवार को मौके पर पहुंचकर पंचनामा बनाया और काम बंद कराया है, लेकिन मौके पर मौजूद जेसीबी, पोकलेन और डंपर जब्त नहीं किए हैं।

जिस पैमाने पर यहां पर अवैध खनन हुआ। उससे लगता है कि कम से कम दो हजार डंपर मुरम कोपरा निकाला गया है। जिस पैमाने पर खेड़ी से लेकर बैतूल-हरदा बार्डर तक अवैध खनन हो रहा है उसमें साफ यह नज़र आता है कि इन्हें प्रशासनिक स्तर पर कहीं न कहीं संरक्षण है। हाल ही में इन पर गोधना में अवैध खनन को लेकर नौ करोड़ का प्रकरण भी खनिज विभाग ने बनाया है। 

- कंपनी हरकतों से नहीं आ रही बाज...                           
जिस तरह से कंपनी लगातार अवैध खनन कर रही है। मामला सार्वजनिक हो जाता है तो प्रशासनिक अधिकारी वहां पर खनन बंद करवा देते हैं। इससे कंपनी के इतने हौसले बुलंद है कि वह गोधना डैम में खनन करने पहुंच गई जिसमें जल संसाधन विभाग के दो अधिकारी सस्पेंड हो गए। इसके अलावा उन्होंने सिपलई में एक सरकारी तालाब तहस नहस कर दिया है। यह सब इसलिए हो रहा है कि कंपनी पर अपराधिक प्रकरण दर्ज नहीं हो रहा है। 

- साफ नजर आता है खुला संरक्षण... 
जिस तरह से कंपनी बेखौफ होकर अवैध खनन कर रही है। उनके विरूद्ध मामले और शिकायतें सार्वजनिक हो जाने के बावजूद भी उनके खिलाफ तब तक कोई ठोस प्रकरण नहीं बनाया जाता है, जब तक की पानी सिर से ऊपर न गुजर जाए। चूडिय़ा के अवैध खनन के मामले में भी पूरा मामला कलेक्टर के संज्ञान में गया तो तहसीलदार ने मौके पर पहुंचकर पंचनामा आदि तो बनाया वहां पर मौजूद मशीनें जब्त नहीं की। स्पष्ट रूप से आरोप लगता है कि खनिज अधिकारी, खनिज निरीक्षक और एसडीएम बैतूल बंसल कम्पनी के हर अवैध काम की अनदेखी करते हैं। वर्तमान में भी तहसीलदार ने प्रतिवेदन बनाकर एसडीएम को ही भेजा है। वैसे अभी तक जो ट्रेंड है वो बताता है कि एसडीएम प्रतिवेदन दबा लेगी।
नवल-वर्मा-हेडलाईन-बैतूल  26 जून 2022