(बैतूल) बैतूल विधानसभा में कांग्रेस के साधन संपन्न गुट विशेष की राजनीति और रणनीति पर मंथन कर रहा एक तरफा पोलराईज होकर कांग्रेस को वोट करने वाला कुन्बी समाज, 
- यह वक्त है बदलाव का..!
बैतूल(हेडलाईन)/नवल-वर्मा । स्थानीय निकाय चुनाव बैतूल विधानसभा में राजनैतिक रूप से नई दशा-दिशा तय करने वाले साबित होने वाले है। इन चुनावों में कांग्रेस के एक साधन संपन्न गुट विशेष की  राजनीति और रणनीति को लेकर जागरूक और बहुसंख्यक कुन्बी समाज नए सिरे से मंथन कर रहा है। पिछले विधानसभा चुनाव में इसी समाज ने एक तरफा पोलराईज होकर कांग्रेस की झोली में चार विधायक डाल दिए थे, लेकिन अब इस समाज को नए सिरे से विचार करना पड़ रहा है, क्योंकि इन स्थानीय चुनाव में इस समाज को लग रहा है कि बैतूल विधानसभा में समाज को लेकर कथनी और करनी में अंतर है। समाज से जुड़े स्वच्छ साफ छवि के नेताओं को हासिए पर धकेलने के साथ-साथ समाज को वो प्रतिनिधित्व देने से बचा जा रहा है जिसका समाज हकदार है। यह तमाम बातें समाज में चल रही चर्चाओं से सामने आ रही है। अगर इन चर्चाओं ने जोर पकड़ा तो बैतूल विधानसभा में जिस तरह  जिला पंचायत वार्ड क्र 1, 2 और 3 में परिणाम आए हैं वैसे ही वार्ड क्र 20 में आएंगे और नगरीय निकाय में भी बड़ा उलटफेर होगा।

- बहुसंख्यक वार्ड में राजू गावंडे और ममता गायकी को नहीं दी टिकिट...
शहर में कुछ वार्ड है ऐसे हैं जहां कुन्बी समाज की बाहुलता है और वो निर्णायक भूमिका में है। ऐसे ही वार्डो में से देशबंधु वार्ड और भगत सिंह वार्ड भी शामिल है। यहां से कांग्रेस की टिकिट युवक कांग्रेस के पूर्व विधानसभा अध्यक्ष और एनएसयूआई के पूर्व जिलाध्यक्ष राजू गांवडे देशबंधू वार्ड से मांग रहे थे। उन्हें नहीं दी गई उनकी जगह महेश पाल को दी गई। ऐसे ही भगत सिंह वार्ड में ममता गायकी की जगह उमाशंकर दीवान को दी गई।

- जिला पंचायत के दोनों वार्डो में जानबूझकर नहीं उतारा उम्मीदवार...
बैतूल विधानसभा में जिपं के चार वार्ड है जिसमें से दो आरक्षित है और दो अनारक्षित है। इन दोनों वार्डो में से भाजपा ने तो वार्ड क्र 20 और वार्ड क्र 2 में बहु संख्यक लोन्हारी कुन्बी समाज के उम्मीदवार उतारे, लेकिन कांग्रेस से एक में मराठा समाज के व्यक्ति को टिकिट दे दी तो दूसरे में ढोलेवार कुन्बी समाज को दी, जबकि अंकगणित से दोनों ही वहां सामाजिक समीकरण में फिट नहीं बैठते। इसे भी समाज अच्छे से समझ रहा है।
खेड़ी सांवलीगढ़ घटनाक्रम की चर्चा अब पूरे जिले के समाज में तेजी से फैल रही  
सरपंच चुनाव के लिए खेड़ीसांवलीगढ़ में पता नहीं ऐसा क्या हुआ कि उसकी गूंज अभी तक जारी है, जबकि वहां से विधायक समर्थक सुभाष राठौर सरपंच का चुनाव हार चुके हैं। इस चुनाव परिणाम ने समाज विशेष ने बड़ी भूमिका निभाई। इस भूमिका को लेकर कांग्रेस के एक गुट विशेष से जुड़े उम्मीदवार की टीका टिप्पणी बताई जा रही है और कहा जा रहा है कि इसी टीका टिप्पणी की वजह से वार्ड क्र 2 में शैलेन्द्र कुंभारे भारी मतों से जीत गया है।

- हजम नहीं हो रहा कार्यवाहक अध्यक्ष अब अन्य कार्यवाहक बनाने का षडय़ंत्र...
 कांग्रेस के अंदर चुनाव के बाद दो और कार्यवाहक बनाए जाने की चर्चा जोरों पर है और यह चर्चा समाज विशेष तक भी पहुंच रही है वे इसे एक षडय़ंत्र के रूप में देख रहे है और वे मान रहे है कि समाज विशेष से बने कार्यवाहक को पार्टी के अंदर हजम नहीं किया जा रहा है। इसकी सच्चाई क्या है यह तो स्पष्ट नहीं है, लेकिन यह भी समाज विशेष में मंथन का विशेय है। वे इसे गुट विशेष के षडय़ंत्र के रूप में देख रहे हैं।
नवल-वर्मा-हेडलाईन-बैतूल  29 जून 2022