(बैतूल) बैतूल विधायक ने जाकिर हुसैन वार्ड के बूथ पर धरना दिया, प्रशासन करवा रहा रिव्यू , - अपना वार्ड सेवक चुनने में शाहपुर अव्वल, बैतूल पिछडा़, बैतूल नपा क्षेत्र में कम मतदान से जीत-हार का आंकलन गड़बड़ा रहा
(बैतूल) बैतूल विधायक ने जाकिर हुसैन वार्ड के बूथ पर धरना दिया, प्रशासन करवा रहा रिव्यू ,
- अपना वार्ड सेवक चुनने में शाहपुर अव्वल, बैतूल पिछडा़, बैतूल नपा क्षेत्र में कम मतदान से जीत-हार का आंकलन गड़बड़ा रहा
बैतूल(हेडलाईन)/नवल-वर्मा । यह चुनाव शहर सरकार का नहीं था, बल्कि वार्ड सेवक का चुनाव था । अब यह वार्ड सेवक भविष्य में नगर सेवक का चुनाव करेंगे। वार्ड सेवक के चुनाव में जहां मतदाताओं ने बढ़ चढ़कर मतदान में हिस्सा लिया, वहीं पहली बार नगरीय निकाय के रूप में चुनाव में शामिल हुई शाहपुर नगर परिषद से भी कम मतदान बैतूल नगरपालिका के मतदाताओं ने किया। बैतूल नगरपालिका में कम मतदान का एक बड़ा कारण राजनैतिक दल और जनप्रतिनिधियों को लेकर लोगों में उत्साह बचा नहीं है। दूसरा बड़ा कारण यह रहा कि लगातार पढ़े लिखे वर्ग में यह बात फैल रही थी कि चुनाव जीतने के लिए शराब और पैसे के लिए उनका उपयोग किया जा रहा है। इससे भी बैतूल शहर के अच्छे मतदाता निराश होकर घर में ही रहे वोट डालने नहीं गए। खैर जो भी हो, लेकिन बैतूल शहर में कम मतदान होने से वार्डों में जीत-हार का आंकलन करना मुश्किल हो रहा है। इधर मतदान के दौरान विधायक से जुड़ी दो घटनाएं भी खासी चर्चा में रही।
जिसमें एक घटना जाकिर हुसैन वार्ड के पोलिंग पर धरना देने की है। दूसरी घटना किदवई वार्ड के पोलिंग बूथ के पास पुलिस अधिकारियों पर भड़कने और उनके मुंह पर यह कहने का है कि पुलिस भाजपा के दलाल की तरह काम कर रही है। विधायक की दोनों घटनाओं के फुटेज जिला निर्वाचन अधिकारी ने बुलवाए हैं और वह उसका रिव्यू करवा रही है। कुल मिलाकर यदि देखा जाए तो चुनाव शांतिपूर्ण तरीके से हुए है, लेकिन बैतूल शहर में कम मतदान होना निराशा की बात है। अब ऐसे में राजनैतिक दल और उसके कार्यकर्ताओं को भी आंकलन करना चाहिए कि मतदान कम क्यों हुआ।
- बारिश ने भी मतदान का प्रतिशत किया प्रभावित...
ऐसा लग रहा था कि अपना काम-काज निपटाने के बाद लोग मतदान करने पहुंचेंगे। इससे मतदान में तेजी आएगी। खासकर महिलाएं घर का कामकाज निपटाने के बाद ही मतदान करने पहुंचती हैं। लेकिन, दोपहर में बारिश शुरू हो जाने से कई लोग मतदान करने जाने का मन बनाने के बावजूद मतदान करने नहीं पहुंच सके। इससे भी मतदान का प्रतिशत थोड़ा कम रहा। हालांकि प्रत्याशियों और उनके कार्यकर्ताओं ने एक-एक मतदाता तक पहुंचने और उन्हें मतदान केंद्र तक पहुंचाने का पूरा प्रयास किया।
- शाहपुर में नागरिकों ने दिखाया जबरदस्त उत्साह...
मतदान के आंकड़े खुद कह रहे हैं कि मतदान करने में शाहपुर के मतदाताओं ने सर्वाधिक उत्साह दिखाया। इसकी एक वजह यह थी कि अभी तक शाहपुर ग्राम पंचायत थी। नगर परिषद बनने के बाद शाहपुर में यह पहला चुनाव था। यही कारण है कि शहर सरकार चुनने को लेकर वहां के मतदाता खासे उत्साहित थे। इस उत्साह का एक बड़ा कारण यह है कि बतौर नगरीय निकाय शाहपुर में पहली बार चुनाव हुए है। इससे पहले यह ग्राम पंचायत थी और यहाँ सरपंच के चुनाव होते थे।
- आमला में 69 प्रतिशत हुआ मतदान, प्रशासन ने 18 वार्डों के लिए चाक-चौबंद व्यवस्था में करवाया मतदान...
नगरीय निकाय चुनाव में पार्षदों को चुनने के लिए बुधवार 6 जुलाई को मतदान सुबह 7 बजे से शुरू हो गया था। मतदान करने के लिए लोग सुबह से ही मतदान केन्द्रों पर पहुचने लगे थे। देर शाम 5 बजे तक सभी मतदान केन्द्रों पर शांति पूर्वक 69 प्रतिशत मतदान हुआ। पुलिस प्रशासन के अधिकारी सभी मतदान केंद्रो पर नजर रखे हुए थे। मंगलवार 5 जुलाई से ही शहर के प्रवेश मार्गो जैसे हसलपुर, बोडखी, रतेड़ा रोड़, जम्बाडा, रमली मार्ग पर जाँच चौकी बनाई गई थी। जिसमे पुलिसकर्मी बाहर से आने वाले वाहनों की जाच कर रहे थे। एसडीओपी नम्रता सोंधिया , टीआई सन्तोष पन्द्रे सहित पुलिसबल मतदान केन्द्रों का लगातार निरीक्षण कर रहे थे। थाना प्रभारी सन्तोष पन्द्रे ने बताया कि शांति पूर्वक मतदान हुआ है। पुलिस के अधिकारी और आला अधिकारी मतदान केंद्रों का सतत निरीक्षण कर रहे थे ड्रोन कैमरे से भी मतदान केंद्रों पर नजर रखी गई जिससे शांतिपूर्वक मतदान हुआ। गौरतलब है कि दोपहर लगभग 1 घण्टे शहर में तेज बारिश हुई जिससे वोटरों का मतदान केंद्र आना बंद हो गया था बारिश बंद होने के बाद फिर लोग कम संख्या में आते रहे वही बारिश भी रुककर होती रही बारिश के कारण भी मतदान कम हुआ।
नवल-वर्मा-हेडलाईन-बैतूल 06 जुलाई 2022