(बैतूल) चुनाव बन रहे बैर भाव और रंजिश की बड़ी वजह , - पंचायत चुनाव होने के बाद भी प्रत्याशियों के शपथ पत्र की खामियों को लेकर तनातनी
(बैतूल) चुनाव बन रहे बैर भाव और रंजिश की बड़ी वजह ,
- पंचायत चुनाव होने के बाद भी प्रत्याशियों के शपथ पत्र की खामियों को लेकर तनातनी
बैतूल(हेडलाईन)/नवल-वर्मा । चुनाव में प्रत्याशियों द्वारा जो नामांकन दाखिल किया जाता है उसके साथ शपथ पत्र दिया जाता है। नामांकन प्रक्रिया के बाद दावे आपत्ति का दौर भी होता है। प्रत्याशी द्वारा जो जानकारी दी जाती है उस पर आपत्ति लेने का वही अवसर होता है। इस बार पंचायत चुनाव में यह देखने में आ रहा है कि प्रत्याशियों के नामांकन में दाखिल शपथ पत्र और उसकी जानकारी को लेकर लगातार आरोप प्रत्यारोप लग रहे है। दो ऐसे मामले सामने आए है कि जिसमें उम्मीदवारों के शपथ पत्र में दी गई जानकारी को असत्य बताया जा रहा है। यह सब तब हो रहा है जब पंचायतों में मतदान हो चुका है और कौन जीत रहा है और कौन नहीं जीत रहा है इसकी केवल अधिकारिक घोषणा बाकी रह गई है। जो उम्मीदवार चुनाव हार गए और जो उम्मीदवार चुनाव जीते है उनके विरोधी शपथ पत्र की जानकारियों के आधार पर शिकवा शिकायत करने में जुट हुए है। जो स्थितियां पंचायतों में चुनाव के बाद बनी है उससे ग्रामीण क्षेत्र में रंजिश और दुश्मनी का भी दौर देखने सुनने में आएगा यह शिकायतें उसी का एक हिस्सा मानी जा रही है।
- मामला 01 :- पंचायत की वसूली का अदेय प्रमाण पत्र बताया जा रहा फर्जी...
मुलताई जनपद पंचायत निर्वाचन क्षेत्र 11 के उम्मीदवार नामदेव पिता मोहनलाल हरसुले को लेकर भूराज पिता बंदी बेले ने शिकायत की है कि जब नामदेव नरखेड़ के सरपंच थे तब उनके कार्यकाल में पंचपरेश्मवर योजना से बनने वाली सीसी रोड निर्माण में स्वीकृत राशि से अधिक राशि खर्च की गई। मूल्यांकन में खर्च राशि अधिक पाए जाने पर 1 लाख 9 हजार रूपये वसूली योग्य पाया गया था और इसके लिए उन्हें नोटिस दिया गया था। यह राशि आज तक जमा नहीं की गई। ऐसी स्थिति में उन्हें पंचायत से अदेय प्रमाण पत्र दिया गया वह जायज नहीं है।
- मामला 02 :- पुलिस प्रकरण की शपथ पत्र में नहीं दी गई जानकारी...
इधर एक अभ्यर्थी द्वारा अपने नामांकन के साथ दाखिल शपथ पत्र में उस पर दर्ज पुलिस प्रकरण को लेकर जानकारी नहीं दिए जाने का आरोप लग रहा है। जिला पंचायत के वार्ड क्रमांक 19 से रामचरण इरपाचे को लेकर यह जानकारी उनके विरोधी सामने ला रहे है और बता रहे है कि भीमपुर में जो जयस वाला कांड हुआ था उस मामले में रामचरण इरपाचे भी आरोपी बनाए गए थे और उनके खिलाफ प्रकरण दर्ज हुआ था उन्हें अदालत से जमानत मिली थी। इस मामले की जानकारी उनके द्वारा नामांकन के साथ दाखिल शपथ पत्र में नहीं दी गई।
- इधर नगरीय निकाय उम्मीदवारों ने नहीं लगाए अपने शपथ पत्र के फ्लेक्स...
स्थानीय निर्वाचन प्रक्रिया को लेकर जो गाईड लाईन जारी की गई थी उसमें स्पष्ट रूप से लिखा था कि जो उम्मीदवार चुनाव लड़ रहे हैं उनके द्वारा अपने नामांकन और शपथ पत्र में जानकारी दी गई है। उसका सार्वजनिक प्रकाशन करना था और सार्वजनिक प्रकाशन करने के लिए उन्हें अपने क्षेत्र में फ्लेक्स लगाने थे। नगरीय क्षेत्र के लिए यह गाईडलाईन था जिसका बैतूल शहर में पालन नहीं किया गया।
नवल-वर्मा-हेडलाईन-बैतूल 11 जुलाई 2022