(बैतूल) घोड़ाडोंगरी में भाजपा की राजनीति के अंदर खाने में बहुत कुछ खलबला रहा,
- पता नहीं क्यों भाजपाई बुदबुदा रहे---
 - विशाल बतरा... भाजपा को खतरा..!
बैतूल(हेडलाईन)/नवल-वर्मा । वैसे तो घोड़ाडोंगरी क्षेत्र आदिवासी तबके लिए आरक्षित है, लेकिन यहां की राजनीति में पिछले कुछेक दशक से केवल विशाल बतरा का नाम ही हमेशा सुर्खियों में रहता है। कहा जाता है कि यहां पर बिना विशाल बतरा की मर्जी से पत्ता भी नहीं खड़कता है। यह बात विशाल बतरा के समर्थकों के साथ-साथ उनके विरोधी भी स्वीकार करते है, लेकिन पिछले कुछ वर्ष में जिस तरह से घोड़ाडोंगरी क्षेत्र में भाजपा की स्थिति होते जा रही है उसे लेकर अब इन स्थितियों का ठीकरा भी विशाल बतरा की राजनैतिक तौर तरीकों पर फोडऩे की पूरी तैयारी चल रही है। हालांकि इसमें कितनी सच्चाई है और कितना झूठ है यह नहीं कहा जा सकता, लेकिन वहां पर भाजपाईयों को ही कानाफुसी में बुदबुदाते हुए नजर आता है कि घोड़ाडोंगरी में विशाल बतरा मतलब भाजपा को खतरा...अब इस बात में कितनी सच्चाई है यह तो भगवान ही जाने, लेकिन इस तरह की बातें विशाल बतरा की राजनीति के लिए अच्छी नहीं और इसलिए उन्हें सामने आकर इस तरह की बातों पर कठोरता से विराम लगाने का प्रयास करना चाहिए।

- पत्रकारिता से सियासत तक...
 विशाल बतरा की शुरूआत पत्रकारिता से मानी जाती है, लेकिन भाजपा ने जब सत्ता का स्वाद चखा तो विशाल बतरा ने पत्रकारिता के साथ-साथ भाजपा की राजनीति में भी हाथ आजमाना शुरू कर दिया और ये पूरी तरह से भाजपा नेता के रूप में स्थापित होने लगे।

- आर्थिक तरक्की भी लाजवाब...
राजनीति में बढ़ते कदमों के साथ ही जिस तरह से विशाल बतरा ने आर्थिक तरक्की की वह भी लाजवाब मानी जाती है। उनकी दिन दोगुनी रात चौगुनी उन्नति को लेकर भी बहुत से लोगों को जलन ईर्ष्या है और वे ही इस तरक्की को लेकर तरह-तरह की बातें करते घुमते हैं।

- रूतबा विधायक से कम नहीं...
विशाल बतरा के राजनैतिक कद को लेकर उनसे असंतुष्ट लोग इसे इस तरह का प्रचार करते हैं कि घोड़ाडोंगरी जनपद और सारनी नपा क्षेत्र में अगर कोई असली विधायक है तो वह विशाल बतरा ही है। सारे सूत्र समीकरण उनके हाथ में रहते है। हालांकि यह बात तंज में कही जाती है।

- नपं की हार के बाद बिगडऩे लगे स्वर...
नवगठित घोड़ाडोंगरी नगर पंचायत में पार्षद पद के रिजल्ट आए उसके बाद जो भाजपा के पक्ष में रिजल्ट आए उसका असर वहां की स्थानीय राजनीति में असंतोष के रूप में सामने आने लगा और पूरा ठीकरा कोई नहीं मिला तो एक्टिव रहने वाले विशाल बतरा पर फोडऩे लगे।

- जनपद के बाद तो बढऩे लगा बवाल...
जनपद पंचायत घोड़ाडोंगरी के रिजल्ट ने तो मानो प्याली में तूफान ला दिया। जितने असंतुष्ट थे वे अचानक ही लामबंद होकर विशाल बतरा को लेकर माहौल खराब करने लगे और उसी में विशाल बतरा...भाजपा को खतरा जैसा स्लोगन माउथ पब्लिसिटी का जरिया बन गया।

- उईके परिवार का पराभाव भी...
विशाल बतरा की राजनीति में रामजीलाल उईके परिवार को रीढ़ की हड्डी माना जाता है, लेकिन तरह से उईके परिवार की राजनीति हासिए पर आ रही है उसका ठीकरा भी कहीं न कहीं विशाल बतरा पर ही फोड़ा जा रहा है।
नवल-वर्मा-हेडलाईन-बैतूल  29 जुलाई 2022