(बैतूल) सदर क्षेत्र के शराब ठेेकेदार सोम डिस्टिलरीज पर मेहरबान आबकारी अधिकारी , - माईलस्टोन 560 का है पर बेच रहे 450 में, एमएसपी का कायदा गया भाड़ में..!
(बैतूल) सदर क्षेत्र के शराब ठेेकेदार सोम डिस्टिलरीज पर मेहरबान आबकारी अधिकारी ,
- माईलस्टोन 560 का है पर बेच रहे 450 में, एमएसपी का कायदा गया भाड़ में..!
बैतूल(हेडलाईन)/नवल-वर्मा । बैतूल शहर में दो अलग-अलग ग्रुप के ठेके हैं। ऐसे में सदर क्षेत्र का ठेकेदार तमाम नियम कायदों को ताक पर रखकर शराब बेच रहा है। हालत यह है कि प्रतिस्पर्धा में उसने शराब के दाम नीचे गिरा दिए है जो कि आबकारी नियमों के खिलाफ है। यह जानकारी जिला आबकारी को अच्छी तरह से है कि सदर क्षेत्र का शराब ठेकेदार एमएसपी से कम में शराब बेच रहा है, लेकिन फिर भी आबकारी अधिकारी अपनी तरफ से रोकने का कोई प्रयास नहीं कर रहे हैं? शराब ठेकेदार की मनमानी इसलिए चल रही है कि प्रशासनिक सिस्टम में उसकी अच्छी खासी पकड़ है। यही कारण है कि गेंदा चौक पर खोली गई उसकी दुकान नियमों के विपरित होने के बाद भी आज तक कोई बंद नहीं करवा पाया। कुछ लोगों ने तो धरना प्रदर्शन तक कर दिया था, लेकिन फिर भी दुकान बंद नहीं कर पाए। इसलिए इस ठेकेदार के हौंसले बुलंद है और वह एमएसपी और एमआरपी के कायदे को मानने को तैयार नहीं है। जिसका बड़ा उदाहरण यह है कि एक कंपनी के प्रोडक्ट माईलस्टोन का फुल जिस पर एमसपी 560 की है उसे 450 रूपये में बेच रहा है।
- पहले 850 में बिकने वाला बम्पर 450 में बेच रहे...
सदर शराब दुकान के स्थाई ग्राहक दीपक का कहना है कि पहले माईलस्टोन का बम्पर 850 रूपये में बेचा करते थे, लेकिन अब उसकी कीमत 450 रूपये कर दी है। जबकि इस पर 560 रूपये की एमएसपी डली हुई है। अचानक शराब की कीमत गिरा देने से शहर के शराबियों में शराब स्टॉक करने की होड़ लग गई है। इसलिए सदर क्षेत्र में शराब दुकान पर भीड़ देखी जा रही है जिसकी वजह से उस क्षेत्र में कानून व्यवस्था बिगडऩे का डर है। आसपास रिहायशी इलाका है और ऐसे में भीड़ लगने से लोगों को वहां उपद्रव होने का डर लग रहा है। शराब ठेकेदार ने ऐसा क्यों किया इसकी स्पष्ट वजह सामने नहीं आई है, लेकिन शराब के रेट गिराने से शहर का माहौल बिगडऩे का खतरा जरूरत बढ़ गया है। जो भी लेकिन शराबी अच्छा स्टॉक कर रहे है।
- शराब दुकानों में नहीं दिए जा रहे बिल...
बताया गया कि शराब ठेकेदार रेट में इसलिए मनमानी कर पाते हैं कि शराब दुकानों से बिल ही नहीं दिया जाता, जबकि शासन के स्पष्ट आदेश है कि पक्के बिल दिए जाए, लेकिन इसके बावजूद भी सदर क्षेत्र के शराब ठेकेदार द्वारा बिल नहीं दिया जाता। हाल ही में शराब खरीदने वाले राजेश का कहना है कि उसने माईलस्टोन का हॉफ लिया था बिल मांगा वह भी नहीं दिया। राजेश का कहना है कि उसका नाम उजागर न किया जाए बदनामी होती है।
- गेंदा चौक की दुकान बताती है कि ठेकेदार की प्रशासन में कितनी है मजबूत पकड़...
गेंदा चौक पर जो शराब दुकान है वह सदर ग्रुप के ठेकेदार की है। इस दुकान को लेकर तमाम तरह के विरोध प्रदर्शन हो चुके इसके बावजूद आज तक दुकान नहीं हटी है। इस दुकान को लेकर प्रदर्शन करने वाले भीम सेना के पंकज अतुलकर का कहना है कि शराब ठेकेदार को प्रशासनिक वरदहस्त प्राप्त है, इसलिए उस पर किसी तरह की कोई कार्रवाई नहीं होती। जबकि गेंदा चौक की दुकान नियमों के खिलाफ संचालित हो रही है।
नवल-वर्मा-हेडलाईन-बैतूल 13 अगस्त 2022