(बैतूल) शराब की दुनिया में लिफाफे की सेवा है सबसे कारगर , - सोम की सेवा में इतना है दम कि उसका हर गुनाह है माफ
(बैतूल) शराब की दुनिया में लिफाफे की सेवा है सबसे कारगर ,
- सोम की सेवा में इतना है दम कि उसका हर गुनाह है माफ
बैतूल(हेडलाईन)/नवल-वर्मा । शराब कारोबारियों की तूती प्रशासनिक सिस्टम में कितना बोलती है यह किसी से दबा छिपा नहीं है। इसमें जो सदर क्षेत्र का शराब ठेकेदार है उसका तो जलवा ही अलग है। कहते हैं कि उसके हाथ इतने लंबे है कि वह परवाह ही नहीं करता कि कोई कानून कायदा भी होता है। यही कारण है कि मनमाने रेट पर शराब बेची जा रही है। पक्का बिल नहीं दिया जा रहा है। नियमों की धज्जियां उड़ रही है, लेकिन कहीं से भी किसी स्तर पर कोई कार्रवाई नहीं हो रही है। न ही उसे कोई रोक टोक रहा है। शराब कारोबार को अच्छे से समझने वाले एक पूर्व शराब कारोबारी का कहना है कि आबकारी विभाग और उसके अधिकारी किसी भी सूरत में सोम जैसे लिकर व्यवसायी पर हाथ ही नहीं डालेंगे। उनके मुताबिक एक तो उनके पास तगड़ी एप्रोच है। दूसरा कारण यह है कि वे सिस्टम के अनुसार लिफाफा व्यवस्था की सेवा में कोई कंजूसी नहीं रखते है।
- समय की भी पांबदी नहीं...
सदर क्षेत्र की शराब दुकान खुलने और बंद होने की कोई पाबंदी नहीं है। जब मर्जी है तब बंद करते खोलते हैं। हालाकि जब एसडीओपी सृष्टि भार्गव की पोस्टिंग हुई थी तब शुरू-शुरू में उन्होंने दुकानें बंद करवाने को लेकर तीन-चार दिन अभियान चलाया था, लेकिन फिर मामला टॉय-टॉय फिस्स हो गया।
- किसी का भी रिकार्ड नहीं...
सोम कंपनी में बैतूल के ठेके में कौन लोग काम कर रहे हैं। कहां के हैं और उनका कोई पुराना आपराधिक रिकार्ड है या नहीं इसकी कोई जानकारी पुलिस के पास नहीं है। जबकि देखने में यह आया कि शराब ठेकेदार के गुर्गे लठ्ठ और रॉड लेकर खुले वाहनों में अवैध शराब की धरपकड़ करते पाए जाते हैं।
- गांव-गांव हो रही है डिलीवरी...
सोम कंपनी वाले केवल अधिकृत दुकान से ही शराब नहीं बेचते, बल्कि उन्होंने गांव-गांव में अपने एजेंट खड़े कर लिए हैं। उनके माध्यम से भी अच्छी-खासी शराब खपा लेते हैं। बताया गयाकि इस काम के लिए उन्होंने लोग लगा रखे हैं, जो कि उनकी शराब खपाने के लिए आर्डर उपलब्ध कराते हैं।
- लिफाफा संस्कृति है सबसे मजबूत...
शराब कारोबार में लिफाफा सिस्टम सबसे मजबूत माना जाता है और इस मामले में सोम कंपनी भी सिस्टम से बाहर नहीं जाती। बल्कि वह तो सिस्टम में बैठे नौकरशाहों को खुश रखने के लिए अतिरिक्त प्रयास भी करती है। यही कारण है कि सोम कंपनी के खिलाफ कभी कोई कार्रवाई नहीं होती। चाहे वह आबकारी विभाग हो, जिला प्रशासन हो या फिर पुलिस हो सबके सब आंख बंद रखते हैं।
नवल-वर्मा-हेडलाईन 14 अगस्त 2022