(बैतूल) अवैध कालोनाईजर से जुड़ी फाईल ही एसडीएम कार्यालय से गायब, - कलेक्टर ने एडीएम को दिए एफआईआर के निर्देश, - गजब ही हो रहा है साहब..!
बैतूल(हेडलाईन)/नवल-वर्मा । बैतूल एसडीएम कार्यालय में जो न हो थोड़ा है। वर्तमान एसडीएम की कार्यप्रणाली को लेकर कई तरह के सवाल हैं? अब नया तमाशा यह सामने आ रहा है कि यहां से एक अवैध कालोनाईजर से जुड़ी पूरी फाईल ही गायब हो गई है! मामले का खुलासा तब हुआ जब किसी ने उस फाईल की अधिकृत नकल मांगी और चालन से पैसा भी जमा कर दिया, लेकिन नियत तिथि पर उक्त नस्ती की नकल नहीं दी गई? नकल देने की जगह तरह-तरह के बहाने बनाए जाने लगे! मामले को लेकर कलेक्टर को शिकायत की गई है। जिसमें बताया गया कि यह नस्ती चोरी हो गई है? जो शिकायकर्ता है उसका दावा है कि कलेक्टर ने इस मामले में एडीएम को एफआईआर कराने के लिए कहा है। वहीं एडीएम का कहना है कि उक्त मामले में शिकायत हुई है, लेकिन कलेक्टर ने उनसे तो नहीं, लेकिन शिकायतकर्ता को संभवत कहा है कि मामले में एफआईआर कराई जाए।
- बटामा की अवैध कालोनी का बताया जा रहा है नस्ती चोरी का मामला...
शिकायकर्ता ने बताया कि पटवारी हल्का नंबर 34, खसरा 117/2 मौजा बटामा में खातेदार राजा राम सरले से जुड़े राजस्व प्रकरण क्रमांक 571 बी/121/ 2016 तथा 2017 से जुड़े दस्तावेजों की नकल मांगी गई थी। इसके लिए 15 जुलाई को आवेदन लगाया गया था और नियम अनुसार 22 जुलाई को उपलब्ध कराने के आदेश थे फिर भी उपलब्ध नहीं कराई।
- उक्त जमीन प्रबंधन मुक्त की गई और उसके प्लॉट भी बंधक मुक्त किए...
शिकायतकर्ता का आरोप है कि उक्त जमीन अवैध कालोनी की श्रेणी में आती है जिसमें एसडीएम कोर्ट में केस दायर हुआ। नियम अनुसार नियत राशि नियत समय पर जमा करने के आदेश के साथ कालोनी प्रबंधन मुक्त की गई। इसके बाद वर्तमान एसडीएम ने उक्त कालोनी में प्लॉटों को बंधक मुक्त करने का आदेश किया, जबकि नियत राशि जमा नहीं हुई।
- सीधे-सीधे शासन के साथ धोखाधड़ी और राजस्व चोरी का भी मामला...
कालोनी प्रबंधन मुक्त करने के साथ आश्रय शुल्क आदि मिलाकर करीब 20-25 लाख रूपये बनता है जो एक नियत तारीख तक जमा करना ही पड़ता है, लेकिन उक्त कालोनाईजर ने यह राशि ही जमा नहीं कराई। इसके बावजूद उसके प्लॉट बंधक मुक्त कर दिए गए। इससे शासन को जो पैसा जमा होना था उसका नुकसान हुआ है। यह एक तरह से धोखाधड़ी की श्रेणी में आता है।
- ग्रामीण क्षेत्र की अवैध कालोनियों में हो रहा लंबा खेल...
वर्तमान एसडीएम के कार्यकाल में अवैध कालोनियों पर कलेक्टर के आदेश के बावजूद भी एफआईआर नहीं की गई। इस बात को लेकर आरोप लगते है कि बैतूल एसडीएम क्षेत्र में अवैध कालोनियों को बचाने को लेकर लंबा खेल हो रहा है।
नवल-वर्मा-हेडलाईन-बैतूल 18 अगस्त 2022