बैतूल(हेडलाईन)/नवल-वर्मा । जिले के आबकारी विभाग में शराब की अफरा तफरी कर 1 करोड़ 34 लाख रूपये का घपला किए जाने का मामला सामने आ रहा है। इस मामले में एडीओ माहोरे को जिम्मेदार माना जा रहा है और उनसे जवाब मांगा गया था जिसका उन्होंने अभी तक कोई ठोस जवाब नहीं दिया है। यह घोटाला महालेखाकार के ऑडिट में पकड़ में आया है। बताया जा रहा है कि इस घोटाले के सामने आने के बावजूद भी न तो रिकवरी हो रही है और न ही एडीओ माहोरे के खिलाफ कोई ठोस कार्रवाई हो रही है। मामले को हर तरीके से दफनाने का प्रयास किया जा रहा है। 

- पहले कोरोना के लॉकडाउन अवधि के दौरान हुई थी शराब की अफरा तफरी...                      
जो एजीएमपी की ऑडिट रिपोर्ट है उसके अनुसार वर्ष 2019-20 के शराब ठेकों के बाद जो कोरोना का पहला लॉकडाउन लगा था उस अवधि में शराब दुकानों से जो अफरा तफरी हुई उसमें यह पूरा 1 करोड़ 34 लाख का घपला सामने आया है।

- बैतूल शहर की तीन दुकानों में अफरा-तफरी होना महालेखाकार ने ऑडिट में पाया...
जो ऑडिट रिपोर्ट है उसके अनुसार पहले कोरोना काल में लगे लॉक डाउन के दौरान बैतूल गंज, कोठीबाजार और प्रतापपुरा वार्ड के शराब दुकान ग्रुप की शराब को लेकर 1 करोड़ 34 लाख रूपये की यह अफरा तफरी किया जाना पाया गया।

- दुकान में मौजूद शराब का न पैसा जमा हुआ और न ही हिसाब दिया गया...
बताया गया कि लॉकडाउन अवधि में जब आबकारी विभाग ने स्वयं दुकानों का संचालन किया इसके बाद कुछ दिनों के लिए ठेकेदारों को दुकान ठेके पर दी। इस दौरान जो इन तीन दुकानों में शराब मौजूद थी उसका कोई भी हिसाब किताब मौजूद नहीं है।

- एडीओ माहोरे ही इस पूरी अफरा तफरी के लिए माने जा रहे जिम्मेदार...
महालेखाकार ने जो ऑडिट रिपोर्ट दी है उसमें इन तीन दुकानों के प्रभारी एडीओ माहोरे को जिम्मेदार माना है और इनसे रिकवरी करने के लिए अनुशंसा की है। यह रिपोर्ट सामने आने के बाद उनसे जवाब मांगा गया था जिसका उन्होंने कोई ठोस जवाब नहीं दिया।
नवल-वर्मा-हेडलाईन-बैतूल  22 अगस्त 2022