(बैतूल) 01 करोड़ 34 लाख के घपले में तात्कालीन डीईओ, एडीओ, इंस्पेक्टर सहित मुख्य लिपिक को दिया नोटिस, - राष्ट्रीय दिव्य दुनिया, ईएमएस एवम् हेडलाईन24x7 के एक्सपोज के बाद एक्शन में आए कलेक्टर
बैतूल(हेडलाईन)/नवल-वर्मा । लगभग तीन माह पहले सामने आई महालेखाकार की जिस ऑडिट रिपोर्ट को आबकारी विभाग दबाकर बैठा था और ऑडिटर की सिफारिशों पर कोई कदम नहीं उठा रहा था। उस मामले में अब कलेक्टर ने तात्कालीन जिला आबकारी अधिकारी एस के उरांव, अतिरिक्त आबकारी अधिकारी अशोक माहोरे, आबकारी इंस्पेक्टर देवांगन और मुख्य लिपिक सहारे को नोटिस जारी कर 01 करोड़ 34 लाख की लापता शराब के मामले में जवाब और हिसाब-किताब मांगा है। साथ ही पूछा है कि इस शराब का पैसा कहां गया। यह सब कार्रवाई तब सामने आई जब राष्ट्रीय दिव्य दुनिया, ईएमएस और हेडलाईन 24x7.काम ने इस मामले को उजागर किया और लगातार खबरें छापी। मुहिम चलाने के बाद ही कलेक्टर ने पूरे मामले में संज्ञान लिया है। खैर जो भी हो लेकिन इस मामले में महज नोटिस देने से कुछ नहीं होगा? कायदे से इसमें रिकवरी की कार्रवाई होना चाहिए? लेकिन उसके पहले जिम्मेदारों को सस्पेंड किया जाना चाहिए और उस समय का जो ठेकेदारों जिसको गंज और प्रताप वार्ड की शराब दुकानें दी गई थी उनसे भी इस पूरे मामले में पूछताछ होनी चाहिए? अभी भी इस मामले में कई ऐसे सवाल हैं जिसके जवाब सामने आना बाकी है। बताया जा रहा है कि सोमवार को कलेक्टर ने डीओ, एडीओ, इंस्पेक्टर और लिपिक को तलब किया था। सूत्र तो दावा करते हैं कि वे तो सस्पेंड करने की तैयारी में थे, लेकिन आज प्रभारी जिला आबकारी अधिकारी विनोद खटीक ने मामले को टालने के लिए आयुक्त को डीओ लेटर लिखने के लिए सिफारिश की। जिससे सस्पेंन्शन की कार्रवाई नहीं हो पाई। वैसे पूरे मामले में कोई कदम न उठाने को लेकर वर्तमान प्रभारी जिला आबकारी अधिकारी की भी जिम्मेदारी तय होना चाहिए। उन्होंने भी मामले को अभी तक क्यों दबाकर रखा यह बड़ा सवाल है।
नवल-वर्मा-हेडलाईन-बैतूल 31 अगस्त 2022