बैतूल(हेडलाईन)/नवल-वर्मा । बैतूल शहर के धर्मस्थल बीजासनी माता मंदिर में पहली बार ऐसा हुआ कि राधा अष्टमी भव्य तरीके से मनाई गई। गंज स्थिति बीजासनी माता मंदिर में यह आयोजन रविवार को हुआ। जिसमें रात 12 बजे राधा जन्मोत्सव पर उपस्थित सैकड़ों श्रद्धालुओं ने विधि विधान के साथ मनाते हुए राधा जी के जन्मोत्सव पर अपनी खुशी का इजहार किया। पं. दीपक शर्मा ने बताया कि पहली बार बैतूल में राधा अष्टमी को परम्परागत रूप से धार्मिक अनुष्ठान और हर्षोल्लास के साथ मनाया गया जिसमें पहली बार में ही सैकड़ों की संख्या में श्रद्धालु शामिल हुए। उन्होंने बताया कि राधा अष्टमी के लिए बीजासनी मंदिर की भव्य स्तर पर साज सज्जा की गई थी।

उन्होंने बताया कि विशेष भोग लगाया गया जिसमें 40 किलो दूध, 5 किलो मक्खन मिश्री, 11 तरह की 11 किलो मिठाईयां, 5 किलो पंजीरी, ढाई किलो पंच मेवा, 5 किलो अनारदाने और 5 किलो की विशेष तरह की बूंदी का भोग लगाया गया था। जिसमें रात 12 बजे से 2 बजे रात तक औटे हुए दूध के प्रसाद का वितरण किया। सैकड़ों लोगों ने प्रसादी ग्रहण की। उन्होंने बताया कि रात 8 बजे से ही हवन पूजन, भजन, कीर्तन शुरू हो गया था। उन्होंने बताया कि अब हर वर्ष इसी तरह राधा अष्टमी का आयोजन होगा और इसे भव्य बनाने का प्रयास किया जाएगा।

उनका कहना है कि इस तरह के धार्मिक आयोजनों से हमारी आने वाली पीढ़ी को अपने धार्मिक सरोकार की जानकारी होती है। लोगों में अपने देेवी देवताओं के बारे में समझने और उनके प्रति आस्था का विकास होता है। ऐसे आयोजन से सनातन धर्म के प्रति लोगों का विश्वास अटूट होता है, इसलिए बीजासनी माता मंदिर हमेशा धार्मिक आयोजनों को लेकर सक्रिय रहता है।
नवल-वर्मा-हेडलाईन-बैतूल , 06 सितम्बर 2022