(बैतूल) प्रसूता की मौत के मामले से सिद्ध हुआ जिला अस्पताल के प्रसूति वार्ड से जिंदा वापस आना है तो सीजर के लिए 5 हजार रूपये खर्च करना पड़ेगा, - ..गंदा है पर धंधा है..!
बैतूल (हेडलाईन)/नवल-वर्मा । जिला चिकित्सालय सरकारी डॉक्टरों की प्रायवेट कमाई का सबसे सुरक्षित अड्डा है। यह बात सर्व विदित सत्य है। आज कल से नहीं वर्षों से यह सब होते आ रहा है। विशेषकर ऑपरेशन वाले मामलों में डॉक्टर्स बिना पैसे लिए मरीज को ओटी तक भी लेकर जाना पसंद नहीं करते। पहले भी कई मामले आते रहे हैं। जिनमें मीडिया में हल्ला मचने पर जांच के नाम पर बला टाल दी जाती रहती है। मंगलवार को तब हंगामा मच गया जब एक प्रसूता की मौत हुई और उसके परिजन शव लेकर कलेक्ट्रेट पहुंच गए। उनका आरोप था कि सीजर के नाम पर 5 हजार रूपये के चक्कर में यह मौत हुई है। डॉ. वंदना धाकड़ पर खुला आरोप लगाया है। कलेक्टर ने भी 48 घंटे में जांच का दम भर दिया है। वैसे जो सच्चाई जानते है उन्हें पता है कि इसमें होना जाना कुछ नहीं है। किसी डॉक्टर का कुछ नहीं बिगडऩे वाला। पहले भी यह सुर्खियों में आ चुका था कि जिला अस्पताल के प्रसूति वार्ड में गायनोलॉजिस्ट ने सीजर को धंधा बना रखा है। बिना पैसे लिए वहां डिलेवरी होती ही नहीं है । इसके बावजूद कलेक्टर और सीएमएचओ ने कुछ नहीं किया केवल बला टालने का काम किया।
जिला अस्पताल बैतूल में मंगलवार को प्रसूति के लिए किए गए सीजर के बाद महिला की मौत हो गई। इससे नाराज परिजनों ने अस्पताल में जमकर हंगामा किया। उन्होंने कलेक्टोरेट में भी मृतिका का शव रखकर जनसुनवाई में कलेक्टर से कठोर कार्रवाई की गुहार लगाई। कलेक्टर ने इस मामले में सीएमएचओ से 48 घंटे में मामले की रिपोर्ट तलब की है।
- ऑपरेशन के मांगते है 5 हजार रूपये...
सारणी निवासी 28 वर्षीय प्रसूता दीपिका तोमर को प्रसूति के लिए जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया था। यहां सोमवार शाम भर्ती दीपिका की प्रसूति नहीं कराई गई। परिजनों के मुताबिक वह तड़पती रही लेकिन किसी डॉक्टर ने उसे नहीं देखा। सुबह उनसे कहा गया कि महिला का सीजर करना पड़ेगा। देर शाम को उनसे 5000 रुपये की मांग की गई। डॉक्टर वंदना धाकड़ ने उनसे सीजर करने के लिए 5000 रुपये लिए जिसके बाद उसका सीजर किया गया। सीजर करने के बाद महिला की हालत बिगड़ती गई और उसे आईसीयू में भर्ती कराया गया। जहां उसका एक और ऑपरेशन कर उसकी बच्चेदानी निकाल दी गई। इस बीच महिला की मौत हो गई। मृतिका दीपिका की बहन चित्रा ने आरोप लगाया कि उनसे इस सीजर के लिए रुपये तो मांगे ही गए उसकी बहन के इलाज में भी लापरवाही भी की गई। उन्होंने इस पूरे मामले में इंसाफ की गुहार लगाई है। महिला ने बताया कि अब डॉक्टर द्वारा लिए गए रुपए वापस करने का ऑफर किया जा रहा है। लेकिन उनका यही कहना है कि वे अब उनसे 5 लाख रुपये ले लें और अपनी बहन की जान वापस दे दें।
- मौत के बाद मचा हंगामा...
घटना के बाद परिजनों ने जिला अस्पताल बैतूल में जमकर हंगामा किया। उन्होंने डॉक्टर पर रिश्वत लेने का तो आरोप लगाया ही इलाज में लापरवाही के भी गंभीर आरोप लगाए। परिजनों ने बताया कि महिला के इसके पूर्व हुए तीनों बच्चे सामान्य प्रसूति के बाद हुए थे, फिर ऐसी क्या स्थिति बन गई कि महिला की चौथी बार में सीजर ऑपरेशन द्वारा प्रसूति की गई। इस प्रसूति के बाद भी उसकी बच्चेदानी निकाल दी गई। उन्हें यह जानकारी मिली है कि ऑपरेशन के दौरान महिला की बच्चेदानी में कैची लग गई थी।
- कलेक्ट्रेट पहुंचकर बताया दुखड़ा...
मामले की गंभीरता को देखते हुए जिला अस्पताल के प्रभारी सिविल सर्जन डॉक्टर ओपी यादव ने महिला का पोस्टमार्टम 3 डॉक्टरों के पैनल से करवाया है। पीएम के बाद परिजन महिला का शव लेकर कलेक्ट्रेट पहुंच गए। जहां उन्होंने जनसुनवाई में कलेक्टर से इस पूरे मामले में जांच और कार्रवाई की गुहार लगाई है। कलेक्टर ने भी इस मामले में जांच का आश्वासन दिया है।
नवल-वर्मा-हेडलाईन-बैतूल 14 सितम्बर 2022